Shardiya Navratri 2024: इस नवरात्रि माँ दुर्गा की सवारी क्या है? जानें यह शुभ संकेत है या अशुभ! साथ ही देखें नौ-दुर्गा पूजा की तिथियां!
2 अक्टूबर 2024 अश्विन अमावस्या को पितरों की विदाई के बाद ही आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को माँ दुर्गा का आगमन होगा. आश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है. गौरतलब है कि हर नवरात्रि पर आदि शक्ति माँ दुर्गा के नौ विविध रूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है.
Vijayadashami 2024 Date: 2 अक्टूबर 2024 अश्विन अमावस्या को पितरों की विदाई के बाद ही आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को माँ दुर्गा का आगमन होगा. आश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है. गौरतलब है कि हर नवरात्रि पर आदि शक्ति माँ दुर्गा के नौ विविध रूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है. मान्यता है कि जिस घर में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना होती है, उस घर के संकट कट जाते हैं. देवी का आशीर्वाद आपके जीवन में अपार खुशियां लाती है. आइये जानते हैं, इस बार आश्विन नवरात्रि पर माँ दुर्गा कब और किस सवारी पर अवतरित हो रही हैं, तथा विद्वान इसका क्या संकेत बता रहे हैं साथ ही जानेंगे कलश-स्थापना से अगले नौ दिनों तक नवदुर्गा के किन स्वरूपों की किस-किस तिथि में होगी पूजा-अर्चना.
इस नवरात्रि किस सवारी से आएंगी माँ दुर्गा?
प्रत्येक वर्ष नवरात्रि के प्रतिपदा के दिन माँ दुर्गा किसी ना किसी सवारी से पृथ्वी पर अवतरित होती हैं, और नौ दिनों तक यहां प्रवास करती हैं.
शशि सूर्य गजारूढ़ा शनिभौमे तुरंगमे
गुरौशुक्रैच दोलाया बुधे नौकाप्रकीर्तिता
देवी भागवत पुराण में उल्लेखित उपरोक्त श्लोक के अनुसार माँ दुर्गा वार (दिन) के अनुसार पृथ्वी पर आगमन और प्रस्थान करती हैं. उदाहरणार्थ अगर देवी दुर्गा नवरात्रि पर रविवार या सोमवार को आती हैं तो हाथी पर सवार होती हैं, मंगलवार या शनिवार को अश्व (घोड़ा) पर शुक्रवार एवं गुरुवार को डोली (पालकी) तथा बुधवार को नौका (नाव) पर सवार होकर आती हैं. इस वर्ष माँ दुर्गा का आगमन डोली यानी पालकी से हो रहा है. जिसके बारे में विभिन्न विद्वानों में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं. अधिकांश विद्वानों का मानना है कि आदि शक्ति का डोली (पालकी) में आना प्रकृति और राजनीति के लिए बहुत शुभ नहीं है. यह भी पढ़ें : Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष के दूसरे दिन गंगा नदी में लोगों ने लगाई आस्था की डुबकी, पितरों का किया तर्पण
शारदीय नवरात्रि- विभिन्न तिथियां
पहला दिनः 03 अक्टूबर 2024 (गुरुवार): कलश स्थापना एवं माँ शैलपुत्री की पूजा
दूसरा दिनः 04 अक्टूबर 2024 (शुक्रवार): माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा
तीसरा दिनः 05 अक्टूबर 2024 (शनिवार): माँ चंद्रघंटा की पूजा
चौथा दिनः 06 अक्टूबर 2024 (रविवार): माँ कूष्मांडा की पूजा
पांचवा दिनः 07 अक्टूबर 2024 (सोमवार): माँ स्कंदमाता की पूजा
छठवां दिनः 08 अक्टूबर 2024 (मंगलवार): माँ कात्यायनी की पूजा
सातवां दिनः 09 अक्टूबर 2024 (बुधवार): माँ कालरात्रि की पूजा
आठवा दिनः 10 अक्टूबर 2024 (गुरुवार): माँ महागौरी की पूजा
नवां दिनः 11 अक्टूबर 2024 (शुक्रवार): माँ सिद्धिदात्री की पूजा
दसवां दिनः 12 अक्टूबर 2024 (शनिवार) माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन एवं विजयादशमी