Karwa Chauth 2024: मधुमेह पीड़ित (Diabetic) महिलाएं अगर करवा चौथ व्रत रख रही हैं तो ये टिप्स काफी कारगर साबित हो सकते हैं!
भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में हिंदू महिलाएं अपने पति के लंबे जीवन एवं अच्छी सेहत के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. यह निर्जला व्रत सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है. चंद्रोदय होने पर चंद्रमा का दर्शन कर पति के हाथों से उपवासी महिलाएं व्रत का पारण करती हैं.
भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में हिंदू महिलाएं अपने पति के लंबे जीवन एवं अच्छी सेहत के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. यह निर्जला व्रत सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है. चंद्रोदय होने पर चंद्रमा का दर्शन कर पति के हाथों से उपवासी महिलाएं व्रत का पारण करती हैं. यद्यपि बहुत सी कुंवारी लड़कियां भी अच्छे वर के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. इस वर्ष 20 अक्टूबर 2024 को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. चूंकि यह निर्जला व्रत होता है, इसलिए मधुमेह से ग्रस्त महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतना आवश्यक होता है. यहां दिल्ली के चिकित्सक डॉ जितेंद्र सिंह ब्लड शुगर से पीड़ित महिलाओं के लिए टिप्स बता रहे हैं, कि व्रत से पहले, व्रत के दौरान और पारण के पश्चात क्या करें.
प्री-फास्ट प्लानिंग
अपने घरेलू चिकित्सक से परामर्श ले: उपवास करने से पहले, अपने चिकित्सक के साथ अपनी योजनाओं पर चर्चा करें. वे आपके समग्र स्वास्थ्य का आकलन कर सकते हैं, जरूरत के अनुसार आपके लिए दवा का सुझाव दे सकते हैं, तथा सही मार्गदर्शन कर सकते हैं.
कार्बोहाइड्रेट: आप सुनिश्चित करें कि उपवास से एक रात पहले अच्छी तरह से संतुलित भोजन लें, जिसमें साबुत अनाज जैसे कार्बोहाइड्रेट पर ध्यान दें. यह आपको निरंतर ऊर्जा प्रदान करता है, और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में मदद करता है.
ब्लड शुगर पर नजर रखें: उपवास से पहले ब्लड शुगर का माप लें. कोशिश करें आपका ब्लड शुगर नियंत्रण में रहे.
व्रत के दौरान:
ब्लड शुगर पर नजर: नियमित रूप से अपने रक्त शर्करा की जांच करती रहें, खासकर तनाव या शारीरिक गतिविधि के दौरान. यदि आपका ब्लड शुगर सामान्य से काफी कम हो तो कार्बोहाइड्रेट युक्त पेय या स्नैक्स का सेवन करें.
ज्यादा शारीरिक गतिविधियों से बचें: हल्का व्यायाम तनाव को मैनेज करने में मदद कर सकता है. बहुत ज्यादा मेहनत अथवा शरीर को काटने वाले कार्य से बचें, जो हाइपोग्लाइसीमिया का कारण बन सकता है.
उपवास के बाद
अत्यधिक भोजन-पानी से बचें: पारण के तुरंत बाद अधिक खाने या पीने से बचें. खाद्य पदार्थों को क्रमश अपने आहार में पुनः शामिल करें.
संतुलित भोजन: फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर भोजन को प्राथमिकता दें. ये आपके रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने और निरंतर ऊर्जा प्रदान करने में मदद करेंगे.
ब्लड शुगर पर नजर बनाए रखें: उपवास तोड़ने के बाद कुछ दिनों तक अपने रक्त शर्करा की बारीकी से निगरानी करना जारी रखें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह सामान्य स्तर पर वापस आ जाए.