Karva Chauth 2018: सरगी में जरूर करें इन चीजों का सेवन, व्रत के दौरान रहेंगी एनर्जी से भरपूर
करवा चौथ का व्रत शुरू करने के पूर्व सूर्योदय से पहले तड़के 4-5 बजे के करीब सास अपनी बहू को सरगी देती है, जिसका अर्थ यह होता है कि व्रत प्रारंभ करने से पहले बहू कुछ हेल्दी खा सके, ताकि व्रत के दौरान दिनभर उसे ऊर्जा मिले और वो व्रत को सही तरीके से पूर्ण कर सके.
Karva Chauth 2018: सुहागन स्त्रियों के लिए करवा चौथ का व्रत सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, जो इस बार 27 अक्टूबर, शनिवार को पड़ रहा है. महिलाएं हर साल इस पर्व का बेसब्री से इंतजार करती हैं, ताकि निर्जल और निराहार रहकर वो अखंड सौभाग्य की कामना कर सकें. वैसे तो इस व्रत से कई नियम जुड़े हुए हैं, जिनका पालन अधिकांश महिलाएं करती हैं. इन नियमों में से एक है सरगी. दरअसल, इस दिन सूर्योदय से पहले सास अपनी बहू को एक खास भेंट देती हैं, जिसे सरगी कहते हैं.
करवा चौथ का व्रत शुरू करने के पूर्व सूर्योदय से पहले तड़के 4-5 बजे के करीब सास अपनी बहू को सरगी देती है, जिसका अर्थ यह होता है कि व्रत प्रारंभ करने से पहले बहू कुछ हेल्दी खा सके, ताकि व्रत के दौरान दिनभर उसे ऊर्जा मिले और वो व्रत को सही तरीके से पूर्ण कर सके. सरगी में खाने की चीजों के अलावा सास अपनी बहू की श्रृंगार की सामग्री भी देती है.
सरगी की थाली में होती हैं ये चीजें
सास द्वारा बहू को दी गई सरगी की थाली में मिठाई, मठरी, फल, ड्राई फ्रूट्स, सेवई जैसे पांच से सात प्रकार के ललीज व्यंजन होते हैं. इसके अलावा इस थाली में कपड़े, गहने, श्रृंगार की चीजें रखी जाती हैं. इन सभी चीजो को थाली में सजा कर सदा सुहागन रहने के आशीर्वाद के साथ सास अपनी बहू को सरगी देती है. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: हाल ही में हुई है शादी तो इस बार करवा चौथ का व्रत न करने में ही है आपकी भलाई, जानें क्यों?
सरगी में होता है सास का आशीर्वाद
सरगी में सास द्वारा दी जाने वाली हर चीज का अपना एक अलग महत्व होता है. सरगी की थाली बहू के लिए सास का आशीर्वाद होता है. एक ओर जहां सरगी में शामिल खाद्य सामग्री व्रत के दौरान महिला को दिनभर एनर्जी देती है तो वहीं दूसरी तरफ गहने, कपड़े और श्रृंगार की सामग्री बहू को सौभाग्य का एहसास कराने के लिए दिए जाते हैं.
1- दूध और फैनी
करवा चौथ के कुछ दिन पहले से ही दुकानों पर फैनी बिकने लगती है. दूध से बनी फैनी में प्रोटीन होता है, जिससे व्रत के दौरान शरीर में प्रोटीन की कमी महसूस नहीं होती है. इसलिए अगर आप करवा चौथ का व्रत कर रही हैं तो सरगी में दूध से बनी फैनी जरूर खाएं.
2- मिठाई का करें सेवन
दिनभर निर्जला व्रत रखने से पेट में गैस बनती है, इससे बचने के लिए सरगी में मिठाई खाना एक हेल्दी विकल्प हो सकता है. दरअसल, मिठाई में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, जबकि चीनी में एमिनो एसिड ट्रीप्टोफन होता है. ये सेरोटोनिन न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को बढ़ाता है, जिससे व्रत के दौरान चक्कर नहीं आता है. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: अखंड सौभाग्य का पर्व है करवा चौथ, जानें कैसे करें व्रत और क्या है इसकी पूजन विधि?
3- फल और सूखे मेवे
अपनी सरगी की थाली में फल और ड्राई फ्रूट्स जरूर शामिल करें. सुबह व्रत रखने से पहले सरगी में इसका सेवन करने से दिनभर भूख नहीं लगती है और शरीर में एनर्जी की भी कमी नहीं होती है. विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर फ्रूट्स और ड्राई फ्रूट्स से शुगर लेवल ठीक रहता है और थकान भी महसूस नहीं होती है.
4- नारियल पानी पिएं
करवा चौथ का व्रत निराहार और निर्जल रखा जाता है, ऐसे में जरूरी हैं कि सुबह की सरगी में कुछ ऐसी चीजों का सेवन किया जाए, जिससे शरीर में पानी की कमी महसूस न हो. सरगी में नारियल पानी पीने से व्रत के दौरान दिनभर प्यास नहीं लगेगी और शरीर में एनर्जी की कमी भी नहीं रहेगी. यह भी पढ़ें: Karva Chauth 2018: करवा चौथ पर बन रहा है ये तीन महासंयोग, अखंड सौभाग्य के लिए इस मुहूर्त में करें पूजन
5- ऑयली चीजें न खाएं
सुबह की सरगी में अगर आप ज्यादा तला-भुना, मीठा या बिना नमक का खाना खाते हैं तो इससे आपको ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या हो सकती है. इससे शरीर का शुगर लेवल भी प्रभावित होता है. इसके अलावा अगर आप सिर्फ फ्रूट्स खाते है और पानी कम पीते हैं तो आपको व्रत के दौरान कब्ज या शारीरिक कमजोरी की महसूस हो सकती है, इसलिए सरगी में हेल्दी चीजें ही खाएं.