रथ यात्रा (Rath Yatra 2022 ) ओडिशा (Odissa) के मुख्य त्योहारों में से एक है जो भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों, बलभद्र और सुभद्रा की 12 वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा मंदिर में उनकी मौसी के निवास तक की वार्षिक यात्रा की याद दिलाता है. रथ यात्रा के दौरान, पुरी शहर में लाखों भक्त इस विश्वास से जुड़ते हैं कि वे रथों से जुड़ी रस्सियों को छूकर मोक्ष प्राप्त करेंगे. यह विरासत 5000 साल से चली आ रही है. हर गर्मियों में, आषाढ़ (जून-जुलाई) के शुक्ल पक्ष (शुक्ल पक्ष) के दूसरे (द्वितीय) दिन, वस्तुतः लाखों तीर्थयात्री इस शानदार उत्सव में शामिल होने के लिए पूरे भारत से इकट्ठा होते हैं. जिसमें भगवान अपने महलनुमा मंदिर को छोड़ कर गुंडिका के अपने शांतिपूर्ण ग्रीष्म प्रवास के लिए यात्रा करते हैं. उनकी इस रथ यात्रा में उच्च जन्म या निम्न, शुद्ध या अशुद्ध, अमीर या गरीब सभी अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं. यह भी पढ़ें: Jagannath Rath Yatra 2022: क्यों मनाई जाती है जगन्नाथ रथयात्रा? जानें भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के 12 दिवसीय कार्यक्रम
16वीं शताब्दी में स्थापित गुंडिका मंदिर, पुरी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. यह जगन्नाथ मंदिर से दो मील उत्तर पूर्व में स्थित है. प्रसिद्ध रथ-यात्रा उत्सव के समय, भगवान जगन्नाथ अपने मूल मंदिर से गुंडिका मंदिर जाते हैं और वहाँ एक सप्ताह तक रहते हैं एक सप्ताह के बाद, वह अपने मूल मंदिर में लौट आते हैं. इस शुभ दिन पर अपने दोस्तों और परिवार को रथ यात्रा की शुभकामनाएं और कोट्स भेजकर यह त्योहार मनाएं.
1. रथ यात्रा के पावन पर्व पर
आप पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्राजी
की कृपा बनी रहे.
रथ यात्रा की हार्दिक शुभकामनाएं.
2. रथ यात्रा के इस पवित्र अवसर पर
महाप्रभु जगन्नाथ आपको और आपके परिवार को
सुख और खुशियां प्रदान करें.
रथ यात्रा की शुभकामनाएं.
3. धर्म की ख़ुशबू, सोने का हार,
दिल की उम्मीदें और अपनों का प्यार,
मिलता है सबको भगवान् जगन्नाथ जी का आशीर्वाद
मंगलमय हो रथ यात्रा का त्यौहार.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं
4. जय जगन्नाथ जिनका नाम है,
पुरी जिनका धाम है,
ऐसे भगवान को हम सबका प्रणाम है.
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं.
5. आप अपने जीवन में सुख और समृद्धि पाएँ,
भगवान श्री जगन्नाथजी की रथ यात्रा की
हार्दिक शुभकामनाएं.
प्राचीन साहित्य में इस दिन को आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया कहा जाता है. भगवान जगन्नाथ को समर्पित हिंदू त्योहार पवित्र शहर पुरी, उड़ीसा में सदियों से मनाया जाता रहा है. इसे दुनिया का सबसे पुराना रथ उत्सव कहा जाता है. भगवान जगन्नाथ आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करें. रथ यात्रा की शुभकामनाएं!