Akshay Tritiya 2024: सोना महंगा है तो ये 6 चीजें खरीदें, धन-संपदा में वृद्धि होगी और अक्षय-फल भी प्राप्त होंगे!
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हिंदू धर्म शास्त्रों में अक्षय तृतीया को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिन कोई भी शुभ-मंगल कार्य बिना मुहूर्त देखे सम्पन्न किया जा सकता है. मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तु अक्षय रहती है, यानी उसका क्षरण (नुकसान) नहीं होता. इसलिए इस दिन लोग सोना, घर या जमीन आदि महंगी वस्तुएं खरीदते हैं, लेकिन इस वर्ष सोने की आसमान छूती कीमतों को देखते हुए सबके वश में सोना खरीदना संभव नहीं है. ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि सोना नहीं तो क्या खरीदें, कि अक्षय तृतीया का पूर्ण फल मिले. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो लोग महंगा सोना खरीदने में असमर्थ हैं, वे यह पांच वस्तुएं खरीदकर भी अक्षय तृतीया का पुण्य अर्जित कर सकते हैं. आइये जानें इस अक्षय तृतीया (10 मई 2024) के दिन सोने के वे पांच विकल्प क्या हैं.

मसूर दाल

वास्तु शास्त्र में मसूर दाल को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. ये छोटे-छोटे सिक्कों की तरह हैं, और इसे धन का स्वरूप बताया गया है. चूंकि ये पानी में भिगोने पर फूल जाते हैं, जिसे धन-वृद्धि के रूप में देखा और माना जाता है. इसलिए इस दिन मसुर का दाल खरीदने से भी अक्षय धन का पुण्य लाभ मिलता है.

रूई (कपास)

अक्षय तृतीया पर अबूझ मुहूर्त के दिन रूई यानी कपास खरीदने का विशेष महत्व बताया गया है. अगर बाजार में सोना बहुत महंगा है, जिसे खरीदना मुमकिन नहीं है, तो सोना के विकल्प स्वरूप रूई खरीदना भी शुभ माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन रुई खरीदने से जीवन में शांति और समृद्धि आती है.यह भी पढ़े :Varuthini Ekadashi Vrat 2024: तीन बेहद शुभ योगों में करें वरूथिनी एकादशी व्रत-पूजा? जानें इसका महात्म्य, मुहूर्त, मंत्र, पूजा-विधि एवं व्रत कथा!

हरी सब्जियां

गहरे हरे रंग की सब्जियां सेहत के लिए तो लाभकारी होती ही हैं, लेकिन ये धन और समृद्धि का भी प्रतीक हैं, यह कम लोग जानते हैं. इस संदर्भ में एक अन्य मान्यताओं के अनुसार हरा रंग समृद्धि का प्रतीक होता है, इसलिए अक्षय तृतीया के दिन हरी साग-सब्जी खाकर भी अक्षय समृद्धी अर्जित की जा सकती है.

शुद्ध घी

हिंदू धर्म में घी को पवित्र माना जाता है, क्योंकि यह बुराइयों को दूर करने के साथ-साथ बीमारियों, स्वास्थ्य समस्याओं और नकारात्मकता को दूर करने में भी मदद करता है, ऐसी भी मान्यता है कि विशेष अवसरों पर घी के दीये जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य आता है

बर्तन अथवा कौड़ी

अक्षय तृतीया के अवसर पर तांबे अथवा पीतल के बर्तन एवं कौड़ी खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन तांबे या पीतल के बर्तन खरीदने से धन धान्य में वृद्धि होती हैं. कौड़ी को भी माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय हैं. अक्षय तृतीया पर कौड़ी खरीदकर देवी लक्ष्मी को अर्पित करने से घर में सुख एवं समृद्धि आती है.

चंदन की लकड़ी एवं नारियल

अक्षय तृतीया के दिन गरीबों को चंदन की लकड़ी और ब्राह्मण को एक नारियल खरीदकर दान देना भी शुभ और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. चंदन का दान करने से दुर्घटनाओं के खतरे का जोखिम नहीं रहता है.