World Health Day 2020: विश्व की सबसे बड़ी चुनौती कोविड-19 पर कैसे लगे लगाम?

‘विश्व स्वास्थ्य दिवस-2020’ पर WHO विश्व भर में कोरोनावायरस के खात्मे के लिए क्या करता है? क्योंकि यह ऐसी महामारी है, जिसकी न कोई दवा है और ना वैक्सीन, इससे भी बड़ी चुनौती यह कि इसके संदिग्ध मरीज अस्पतालों से भाग रहे हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

World Health Day 2020: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सामने इस बार अब तक की सबसे बड़ी चुनौती कोरोनावायरस के रूप में आयी है. चीन के वुहान शहर से विश्व भर में फैल चुके कोरोनावायरस के संक्रमण से सारी दुनिया दहशत में है. दुनिया की बड़ी से बड़ी शक्ति अभी तक इस खतरनाक वायरस का तोड़ नहीं निकाल पाई है. संपूर्ण दुनिया लॉक डाउन की स्थिति में है. ताजा आंकड़े के अऩुसार संपूर्ण विश्व में कोरोनवायरस के अब तक कुल 1,346,974 मरीज संक्रमित पाये गये, जिनमें मरने वालों की कुल संख्या 74,702 है, जबकि 278,698 मरीज इलाज करवाकर घर लौट चुके हैं.

मौत की संख्या इस कदर बढ़ रही है कि अमेरिका, फ्रांस, इटली, स्पेन जैसे साधन-सम्पन्न और शक्तिशाली देश बेबस हैं. ऐसी स्थिति में 7 अप्रैल को हम विश्व स्वास्थ्य दिवस की परंपरा को निभाने जा रहे हैं. आइये इस विश्व स्वास्थ्य दिवस पर हम सभी कोविड-19 को जड़ से समाप्त करने का संकल्प लें.

‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ की शुरुआत

‘जान है तो जहान है’ शायद इसी अवधारणा के साथ लगभग 72 वर्ष पूर्व 7 अप्रैल 1948 के दिन जेनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाने का फैसला किया होगा. हांलाकि संपूर्ण विश्व में इस दिवस को सेलीब्रेट करने की शुरुआत 7 अप्रैल 1950 को हुई थी. आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस सेहत-अभियान में लगभग 193 देशों का सहयोग उसे प्राप्त है. गौरतलब है कि WHO इस दिवस विशेष पर अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सेहत से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है. ध्यान रहे कि विश्व स्वास्थ्य दिवस पर WHO ने अपने सालाना मिशन पर विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये पोलियो, कुष्ठरोग, टीबी, चेचक. छोटी माता, एड्स जैसी कई गंभीर बीमारियों से आंशिक अथवा पूर्णतः सफलता हासिल कर चुका है. अब देखना होगा कि WHO एवं उससे जुड़े लोग इस बार कोविड-19 के घातक और जानलेवा संक्रमण से दुनिया को किस हद तक मुक्ति दिला पाते हैं.

कैसे मनाते हैं ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’

प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को सरकारी और गैर-सरकारी स्वास्थ्य संगठनों द्वारा ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाया जाता है. इस अवसर पर विभिन्न देशों के स्वास्थ्य अधिकारी सेहत संबंधी मुद्दों पर सुझाव, सहयोग और सहायता के लिए उत्सव में भाग लेते हैं. शरीर को सेहतमंद रखने एवं सेहत के प्रति फिकरमंद रहने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है. विश्व स्वास्थ्य दिवस के लक्ष्य को पूरा करने के लिये विषयों से संबंधित चर्चा, कला प्रदर्शनी, निबंध लेखन, प्रतियोगिता और पुरस्कार समारोह आयोजित किये जाते हैं. श्रेष्ठतम कृतियों को पुरस्कृत करने की भी व्यवस्था रहती है. WHO की हमेशा यही कोशिश रहती है कि लोग अपनी सेहत के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरुक बनें. इस दिशा में WHO नई गाइड लाइन तैयार करता है. एड्स और एचआआईवी से मुक्त एवं स्वस्थ संसार बनाने की दिशा में शिक्षाप्रद कार्यक्रम आयोजित करता है. अब देखना है कि WHO कोविड-19 के प्रति क्या कर रहा है.

WHO के लक्ष्य जो वार्षिक आधार पर क्रियान्वित होते हैं.

* उच्च रक्तचाप के कारणों एवं बचाव के बारे में जागरुकता बढ़ाना.

* विभिन्न रोगों और उनकी जटिलताओं से बचने के लिए आवश्यक साहित्य उपलब्ध कराना.

* किसी प्रोफेशनल्स से रक्तचाप की बार-बार जांच करवाना

* लोगों को खुद का ध्यान रखने के लिए प्रोत्साहित करना.

* देश में स्वस्थ पर्यावरण उत्पन्न करने की दिशा में खुद प्रयत्नशील रहने के लिए प्रेरित करना.

देखने वाली बात यह है कि ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस-2020’ पर WHO विश्व भर में कोरोनावायरस के खात्मे के लिए क्या करता है? क्योंकि यह ऐसी महामारी है, जिसकी न कोई दवा है और ना वैक्सीन, इससे भी बड़ी चुनौती यह कि इसके संदिग्ध मरीज अस्पतालों से भाग रहे हैं. जिससे कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण में रख पाना किसी भी चिकित्सक अथवा स्वास्थ्य संस्थाओं के लिए बड़ी चुनौती बन रही है. इसलिए उन्हें विश्वास में लेकर ही इस महामारी पर लगाम लगाया जा सकता है. इसके साथ सोशल डिस्टेंस के नियम को भी कड़ाई से फालो करना होगा.

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