सिर के पास स्मार्टफोन रखकर सोना है सेहत के लिए घातक
अगर आप भी हर रोज अपने तकिए या सिर के पास मोबाइल फोन रखकर सोते हैं और सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल फोन चेक करते हैं तो अपनी इस आदत को बदलने में ही आपकी भलाई है.
स्मार्टफोन आज हर किसी की सबसे अहम जरूरत बन गई है, जिसके बिना हर इंसान खुद को अधूरा महसूस करता है. स्मार्टफोन की लत लोगों को कुछ ऐसी लग गई है कि सोते समय भी वो अपने फोन को सीने से लगाकर रखते हैं और सुबह उठते ही सबसे पहले अपने मोबाइल को चेक करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फोन के प्रति आपका ये एडिक्शन आपकी सेहत के लिए घातक भी बन सकता है. दरअसल, कुछ समय पहले ही कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी ने एक गाइडलाइन जारी करके यह बताया था कि जरूरत से ज्यादा सेलफोन का इस्तेमाल आपको गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकता है.
अगर आप भी हर रोज अपने तकिए या सिर के पास मोबाइल फोन रखकर सोते हैं और सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल फोन चेक करते हैं तो अपनी इस आदत को बदलने में ही आपकी भलाई है.
1- नींद हो सकती है बाधित
रात के समय फोन को सिरहाने रखकर सोने की आदत से आपकी नींद बाधित हो सकती है. दरअसल, फोन से निकलने वाली नीली रोशनी नींद के लिए जरूरी मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को रोकती है, जिससे रात के समय नींद में खलल पैदा होती है. यह भी पढ़ें: 5 Apps जो काम के दौरान आपको ऑफिस में रखेंगे फिट
2- गंभीर बीमारियों का खतरा
स्मार्टफोन को तकिए के नीचे या सिरहाने रखकर सोने से उसमें से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगे कई गंभीर बीमारियों के खतरे को बढ़ाती हैं. जी हां, आपका स्मार्टफोन आपको शारीरिक और मानसिक तौर पर बीमार कर सकता है. इसलिए बेहतर यही होगा कि आप अपने स्मार्टफोन को अपने सिर के पास रखकर न सोएं.
3- विस्फोट होने का खतरा
फोन को तकिए के नीचे रखकर सोने से उसके विस्फोट होने का खतरा बना रहता है. दरअसल, फोन को किसी मोटी चीज से ढकने पर फोन की बैटरी पर दबाव पड़ता है और वो ब्लास्ट भी हो सकता है. इसलिए फोन को बिस्तर से दूर रखकर सोने की सलाह दी जाती है.
4- चिड़चिड़ापन महसूस होना
देर रात तक फोन का इस्तेमाल करने के बाद उसे सिरहाने रख कर सोने के बाद नींद पूरी नहीं हो पाती है, जिससे दिमाग को आराम नहीं मिल पाता और चिड़चिड़ापन महसूस होने लगता है. इसके अलावा इससे तनाव, उदासीनता और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं. यह भी पढ़ें: अच्छी और आरामदायक नींद के लिए रोजाना रात में करें ये 5 काम
5- आंखों की रोशनी पर असर
स्मार्टफोन के रंगीन और अधिक रोशनी वाले स्क्रीन से हमारी आंखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. देर रात अंधेरे में मोबाइल फोन पर चैटिंग करने से उससे निकलने वाली रोशनी आंखों को बीमार कर सकती है. आंखों की समस्या से बचने के लिए सोते समय अंधेरे में और सुबह उठते ही फोन का इस्तेमाल करने से बचें.
क्या करें?
- सोते समय अपने फोन को बंद करके या फ्लाइट मोड पर रखकर सोएं.
- स्मार्टफोन से होने वाले दुष्प्रभाव से बचने के लिए उसे बिस्तर से दूर रखें.
- बात करने के लिए ब्लू-टूथ या हैंड फ्री का इस्तेमाल करने की कोशिश करें.
- अच्छी और सुकून भरी नींद के लिए देर रात स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से बचें.
- स्वस्थ रहने के लिए सुबह उठते ही स्मार्टफोन देखने की बजाय ताजी हवा में सैर करें.