Importance of Respiratory Hygiene during Coronavirus: आज हमें संकल्पित, सावधान, सचेत रहकर कोरोना वायरस से लड़ना है. कोरोना से बचने के लिए कदम मिलाकर तो चलना है लेकिन ये कदम एक दूसरे से थोड़ी दूर पर रखकर चलना होगा. तभी साथ मिलकर इसे हरा सकते हैं. इस अनलॉक में भी केवल वहीं लोग बाहर जाएं जिन्हें जरूरी है. लेकिन जा रहे हैं तो रेस्पिरेटरी हाइजीन (Respiratory Hygiene) यानी श्वसन स्वच्छता क्या विशेष ध्यान देना है.
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ मधुर यादव कहते हैं कि एक दिन में एक व्यक्ति अपने चेहरे को ढाई से तीन हजार बार छूता है और उसे पता भी नहीं चलता. इससे नाक या मुंह के जरिए सांस लेते वक्त वायरस शरीर के अंदर चला जाता है. अगर हम मास्क लगाएंगे तो मुंह और नाक के पास हाथ नहीं जाएगा. इससे रेस्पिरेटरी यानी श्वसन के जरिए वायरस प्रवेश नहीं करेगा. इसलिए हाथ धोने को कहा जाता है, अगर हाथ पर वायरस होगा तो नष्ट हो जाएगा और मास्क से नाक मुंह सुरक्षित रहेंगे.
अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही, इसलिए अपना बचाव करें
लोग मॉर्निग वॉक पर जाने लगे हैं, तो मंदिर, मॉल आदि खुलने पर वहां भी जा रहे हैं ऐसे में सावधानी को लेकर डॉ मधुर ने कहा कि ये अनल़ॉक लोगों को बाहर जाने के लिए नहीं है, बल्कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए किया गया है. ताकि कंपनियां, उद्योग, व्यापार, आदि खुल सकें और बाहर जाने पर सावधानी रखने से पहले ये मानना जरूरी है कि भगवान हमारे साथ हमेशा रहते हैं. इसलिए मंदिर, मस्जिद, चर्च अभी जाना बहुत जरूरी नहीं है. अगर जाते हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग रखें, मास्क लगाएं, वहां किसी भी चीज को हाथ लगाने से बचें, जैसे हैंडल, खंभे, घंटे आदि न छुएं और बीच-बीच में हाथ साफ करते रहें. संक्रमण का खतरा अभी बहुत ज्यादा है. दवाई या कोई इलाज अभी नहीं है और अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है इसलिए अपना बचाव करें.
ठीक हुए मरीजों को भी नियमों का पालन जरूरी
उन्होंने बताया कि जो मरीज ठीक हो गए हैं अगर वो भी घर वापस आ गएं हैं तो सावधानी रखनी है. अगर कोई मरीज ठीक हो कर घर आ गया है तो ये मतलब नहीं है कि वह बिना मास्क लगाए रहे. ठीक हुए शख्स को मास्क लगाना है और लोगों को भी उस शख्स से मिलते वक्त मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग रखनी है. ठीक हुए शख्स को भी उन सभी नियमों का पालन करना है जो सामान्य लोगों के लिए लागू हैं.
संक्रमितों की जानकारी के लिए रखें आरोग्य सेतु ऐप
इसके अलावा उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि सभी चीजों के लिए नियम कानून लाया जाय. यह तो खुद से ध्यान रखना है कि वायरस का संक्रमण एक दूसरे के संपर्क में आने से होता है. इसलिए ऑफिस में साथ खाना-पीना बंद कर दें. बात करते वक्त भी एक निश्चित दूरी बना कर रखें और मास्क लगा कर रखें. साथ ही आस-पास कोई संक्रमित है कि नहीं बाहर में कहां जाने से बचना है इन सब की जानकारी के लिए भारत सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप बनाया है, जिनमें अलग-अलग दूरी पर कितने लोग संक्रमित हैं और कितने लोग ऐप यूज करते हैं, सब कुछ पता चल जाता है. इसके अलावा अब दिल्ली सरकार ने भी एक ऐप बनाया है जो बताता है कि दिल्ली के अस्पतालों में कितने बेड हैं.