सावधान! कम पानी पीने की आदत है सेहत के लिए घातक, हो सकती है यह गंभीर बीमारी

सेहतमंद रहने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए, क्योंकि कम पानी पीने से सिस्टाइटिस नाम की बीमारी हो सकती है. यह एक तरह का इंफेक्शन है जो मूत्रमार्ग को प्रभावित करता है. जिसकी वजह से पेशाब नली में जलन और दर्द की समस्या बढ़ जाती है

पानी (Photo Credits: Facebook)

पानी (Water) शरीर के लिए बेहद जरूरी है, इसलिए कहा जाता है कि स्वस्थ रहने के लिए दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना (Drinking Water) चाहिए. दरअसल, पानी शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स (Toxins) को यूरीन के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है और बीमारियों को दूर रखता है. इसके साथ ही यह बॉडी को हाइड्रेट (Body Hydrated) रखने में मदद करता है. हालांकि कई लोग यह जानते हुए भी संतुलित मात्रा से कम पानी पीते (Drinking Less Water)हैं. दरअसल, कम पानी पीने के आदत से न सिर्फ डिहाइड्रेशन का खतरा होता है, बल्कि कई तरह के संक्रमण के होने की संभावना भी बढ़ जाती है. अगर आप भी कम पानी पीते हैं तो आपकी यह आदत आपको बीमार कर सकती है.

कम पानी पीने से सिस्टाइटिस (Cystitis) नाम की बीमारी हो सकती है. यह एक तरह का इंफेक्शन (Infection) है जो मूत्रमार्ग को प्रभावित करता है. इस बीमारी की चलते ब्लैडर वॉल में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से पेशाब नली में जलन और दर्द की समस्या बढ़ जाती है. आमतौर पर पानी कम पीने के कारण होनेवाली यह बीमारी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा होती है. कम पानी पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसकी वजह से टॉक्सिन्स पूरी तरह से बाहर नहीं निकल पाते हैं. इन टॉक्सिन्स की वजह से पेट में बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं, जो मूत्रमार्ग में पहुंचकर इंफेक्शन का कारण बनते हैं. यह भी पढ़ें: रोजाना सुबह पीएं एक गिलास गर्म पानी, शरीर को मिलेंगे ये 7 गजब के फायदे

क्या है सिस्टाइटिस के लक्षण-

कैसे करें बचाव?

सिस्टाइटिस होने पर मरीज को कुछ जरूरी ऐहतियात बरतने की जरूरत होती है. वैसे तो यह रोग 3-4 दिन में ठीक हो जाता है, लेकिन अगर आपको आराम न मिले तो डॉक्टर से सलाह लें. ऐहतियात के तौर पर इस दौरान मरीज को साफ-सफाई का खास तौर पर ख्याल रखना चाहिए. सिस्टाइटिस होने पर भरपूर पानी और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए. इसके साथ ही कैफीन वाले ड्रिंक्स, एसिडिक ड्रिंक्स, कोल्ड ड्रिंक्स, शराब और सिगरेट से परेहज करना चाहिए.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

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