गर्भावस्था के दौरान न करें सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल, लिपस्टिक व मॉइश्चराइजर पहुंचा सकता है बच्चे को नुकसान

एक अध्ययन में चेताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान मॉइश्चराइजर और लिपस्टिक जैसे सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं के बच्चों को किशोरावस्था में ‘मोटर स्किल’ विकार का सामना करना पड़ सकता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फाइल फोटो)

न्यूयॉर्क: गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान लिपस्टिक (Lipstick) और मॉइश्चराइजर (Moisturizer) जैसे सौंदर्य प्रसाधनों (Cosmetics) का इस्तेमाल करना महिलाओं Pregnant Woman) और उनके आने वाले बच्चे (Child) के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है. दरअसल, एक अध्ययन में चेताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान मॉइश्चराइजर और लिपस्टिक जैसे सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं के बच्चों को किशोरावस्था में ‘मोटर स्किल’ विकार का सामना करना पड़ सकता है. ‘मोटर स्किल’ विकार के पीड़ितों को नृत्य करने, जिमनास्टिक जैसी गतिविधियों और कुछ मामलों में चलने-फिरने में दिक्कतें आती हैं.

‘एन्वायरॉमेंटल रिसर्च’ नाम की पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में थैलेट (प्लास्टिक रसायन की प्रचुर मात्रा वाले उत्पाद) और गर्भावस्था के आखिरी दिनों के दौरान महिलाओं और उनके बच्चों की तीन, पांच एवं सात वर्ष की आयु के वक्त उनके मूत्र के नमूनों में इसके मेटाबोलाइट (चयापचयी तत्व) के स्तरों को मापा गया.

मोटर समस्याओं की स्क्रीनिंग टेस्ट ‘ब्रूइनइंक्स-ओसेरेट्स्की टेस्ट ऑफ मोटर प्रोफिशियेंसी’ (बीओअी-2) 11 वर्ष की उम्र में कराई गई ताकि चलने-फिरने और जटिल गतिविधियां करने की क्षमता जांची जा सके. यह भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी रोकने के लिए बिना सोचे-समझे न खाएं कोई भी दवा, हो सकती है सेहत से जुड़ी ये बड़ी परेशानियां

अध्ययन के निष्कर्षों से पता चला कि गर्भावस्था के दौरान मां के थैलेट के संपर्क में आने से बच्चों को किशोरावस्था में चलने-फिरने और जटिल गतिविधियां करने में दिक्कतें पेश आती हैं. ऐसा खासकर लड़कियों में होता है. इस बात के भी साक्ष्य मिले कि बचपन में थैलेट के संपर्क में आने से खासकर लड़कों पर ज्यादा नकारात्मक प्रभाव होता है.

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