IIT Madras में COVID-19 ने बरपाया कहर, 71 लोगों के कोरोना संक्रमित होने के बाद संस्थान को किया गया बंद

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-मद्रास में कोरोना वायरस ने कहर बरपाया है. 71 से भी ज्यादा लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके चलते यह अब कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आईआईटी मद्रास में लाइब्रेरी और लैब के साथ-साथ पूरे कैंपस में अस्थायी लॉकडाउन लगा दिया गया है.

आईआईटी मद्रास (Photo Credits: Twitter)

COVID-19 Outbreak: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी द इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी-मद्रास (The Indian Institute of Technology-Madras) में कोरोना वायरस ने कहर (Coronavirus Outbreak) बरपाया है. यहां 71 से भी ज्यादा लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके चलते यह अब कोरोना का हॉटस्पॉट (Corona Hotspot) बन गया है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए आईआईटी मद्रास (IIT-Madras) में लाइब्रेरी और लैब के साथ-साथ पूरे कैंपस में अस्थायी लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, सिर्फ रविवार को ही कोरोना संक्रमण के 32 नए केस रिपोर्ट हुए हैं और आने वाले दिनों में संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो सकता है. वहीं तमिलनाडु सरकार (Tamil Nadu Government) ने कैंपस में मौजूद सभी छात्रों का कोरोना टेस्ट कराए जाने के निर्देश दिए हैं.

इस संस्थान में बेकाबू होती कोरोना की रफ्तार को लेकर स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन (Tamil Nadu Health Secretary J Radhakrishnan) का कहना है कि स्वास्थ्य अधिकारी आईआईटी मद्रास कैंपस में फैले कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण पर बारीकी से नजर रखे हुए है. उन्हें अंदेशा है कि कॉमन मेस के कारण यह संक्रमण फैला है, इसलिए इंस्टीट्यूट को बंद करने के साथ ही मेस को बंद कर दिया गया है और हॉस्टेल में सीधे फूड डिलीवरी की सलाह दी गई है. यह भी पढ़ें: Covid Triggered Deadly Mucormycosis Fungus: कोविड से रिकवर होने वाले रोगियों को हो रहा है घातक फंगल इंफेक्शन, इससे मृत्यु दर 50 प्रतिशत

वहीं लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 444 सैंपल इकट्ठा किए गए हैं, जिनमें से 104 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जे. राधाकृष्णन ने संवाददताओं से कहा कि मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी (K Palaniswami) के निर्देशानुसार किंग्स इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन एंड रिसर्च में उन सभी का इलाज किया जा रहा है. संस्थान के एक प्रवक्ता के अनुसार, संस्थान के सभी विभागों और प्रयोगशालाओं को बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही अब तक करीब 700 छात्रों को नौ छात्रावासों में समायोजित किया गया है और उनकी क्लासेस ऑनलाइन ली जा रही है.

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