Triple Penis: तीन पेनिस के साथ बुढ़ापे तक जीवित रहा ब्रिटिश व्यक्ति, Triphallia की चौंकाने वाली खोज से हैरान हुए मेडिकल छात्र, जानें इस दुर्लभ स्थिति के बारे में
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Triple Penis: तीन लिंग (Three Penises) वाले एक ब्रिटिश शख्स (British Man) का बेहद दुर्लभ मामला सामने आया है, जो इस तरह की अद्वितीय शारीरिक विसंगति (Unique Anatomical Anomaly) का केवल दूसरा प्रलेखित मामला है. इस दुर्लभ मामले के साथ लंबे समय तक जीवित रहने वाले एक ब्रिटिश व्यक्ति की 78 वर्ष की आयु में मौत हो गई. विज्ञान के लिए अपना शरीर दान करने के बाद, यूके (UK) में बर्मिंघम विश्वविद्यालय (University of Birmingham) के शोधकर्ताओं उसका पोस्टमार्टम किया और उस दौरान एक चौंकने वाली खोज ने मेडिकल छात्रों को हैरान कर दिया. दरअसल, शोधकर्ताओं और छात्रों को शख्स के मुख्य यौन अंग के पास त्वचा के नीचे छिपे दो अतिरिक्त लिंग शाफ्ट (Penile Shafts) मिले. बाहर से देखने पर उस शख्स के जननांग सामान्य प्रतीत होते थे. हालांकि, पोस्टमार्टम करने के बाद ही मृत व्यक्ति के शारीरिक रचना में असामान्य भिन्नता का पता चला. इस स्थिति को त्रिफालिया (Triphallia) के नाम से जाना जाता है.

इस दुर्लभ मामले से पहले साल 2020 में त्रिफालिया का केवल एक मामला सामने आया था, जब इराकी शोधकर्ताओं को 3 महीने के बच्चे का एक अनोखा मामला मिला था. उस बच्चे के पास दो अतिरिक्त लिंग थे, लेकिन दोनों बाहरी उपांगों को सर्जरी के माध्यम से डॉक्टरों ने हटा दिया था. यह भी पढ़ें: Two Penises: दो पेनिस वाले शख्स ने किया अपने यौन जीवन का खुलासा, कहा- सेक्स लिए किया दोनों लिंगों का इस्तेमाल

ब्रिटिश शख्स में ट्रिपल पेनिस का दुर्लभ मामला 

त्रिफालिया का बेहद दुर्लभ मामला

त्रिफालिया क्या है?

त्रिफालिया या तीन लिंगों की उपस्थिति, एक अत्यंत दुर्लभ जन्मजात जन्म दोष है. हाल तक यह मनुष्यों में कभी रिपोर्ट नहीं किया गया था. वास्तव में लिंग का दोहराव इतना दुर्लभ है कि अनुमानित तौर पर यह 5 से 6 मिलियन लोगों में से केवल 1 को ही प्रभावित करता है, जबकि डिपहेलिया या लिंग के दोहराव के मामले पहले दर्ज किए गए हैं. ब्रिटिश शख्स का मामला किसी वयस्क में त्रिफालिया का पहला रिपोर्ट किया गया मामला है और 2020 में बच्चे में पाया गया यह दुर्लभ मामला पहला था.

त्रिफालिया असाधारण रूप से दुर्लभ है और यह किसी व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है. ब्रिटिश व्यक्ति के मामले में उसकी इस दुर्लभ स्थिति का पता पोस्टमार्टम जांच के बाद ही चल पाया, क्योंकि उसका बाहरी स्वरूप सामान्य था. यह मामला चिकित्सा परीक्षाओं के महत्व पर प्रकाश डालता है, भले ही बाहर किसी असामान्यता का कोई संकेत न हो. त्रिफालिया के कारणों और संभावित उपचारों को बेहतर ढंग से समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता होगी.