मुंह के बजाय टेस्टिकल्स में बढ़ रहा था लड़के का एक दांत, जानिए अजीब और दुर्लभ बीमारी टेराटोमा ट्यूमर के बारे में
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: The Noun Project and File Photo)

आमतौर पर छोटे बच्चों के दांत मुंह में ही विकसित होते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना या देखा है कि किसी बच्चे का दांत मुंह के बजाय उसके टेस्टिकल्स यानी अंडकोष (testicles) में विकसित होने लगे. हाल ही में एक ऐसा ही अजीब और दुर्लभ मामला सामने आया, जिसने डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया. द सन की रिपोर्ट के अनुसार, मॉस्को में एक किशोर का एक दांत उसके मुंह की बजाय टेस्टिकल्स में विकसित (Tooth Growing in his Testicles) हो रहा था. इस लड़के के मुंह के ऊपरी हिस्से के सातवें स्थान से एक दांत लापता था, जो उसके टेस्टिकल में मिला. जब यह मामला डॉक्टरों के पास आया तो पहली नजर में उन्होंने आशंका जताई कि उस लड़के को टेस्टिकुलर कैंसर (testicular cancer) है. इसके बाद टेस्टिकुलर से इस गांठ को निकालने के लिए डॉक्टरों ने सर्जरी की, लेकिन सर्जरी के बाद उन्हें पता चला कि उसके टेस्टिकल्स में बढ़ रहा कोई कैंसर का गांठ नहीं, बल्कि एक दांत था.

खबर के अनुसार, बच्चे का ऑपरेशन मॉस्को के मोरोज़ोव चिल्ड्रेन हॉस्पिटल (Morozov Children's Hospital in Moscow) में किया गया. डॉक्टरों की मानें तो यह टेराटोमा ट्यूमर (Teratoma Tumour) का एक दुर्लभ मामला था जो स्टेम सेल्स की खराबी के कारण जन्म से पहले ही बच्चे को हो गया था. इस बीमारी के कारण बच्चे का एक दांत मुंह में विकसित होने की बजाय टेस्टिकल्स में विकसित होने लगा था. हालांकि बच्चे की सर्जरी सफल रही और डॉक्टरों का कहना है कि बड़े होने के बाद उसका प्रजनन स्वास्थ्य भी बेहतर हो जाएगा.

क्या है टेराटोमा ट्यूमर?

टेराटोमा एक प्रकार का ट्यूमर है और इसकी संरचना ही इसे दूसरे ट्यूमर से बेहद अलग बनाती है. टेराटोमा को ग्रीक भाषा में राक्षसी ट्यूमर (Monstrous Tumour) कहा जाता है. इस तरह के ट्यूमर में आमतौर पर बाल, दांत, हड्डी, न्यूरॉन्स और आंखों के ऊतक पाए जाते हैं, जो इसे दूसरे ट्यूमर से काफी अलग बनाते हैं. इस तरह का ट्यूमर महिलाओं के गर्भाशय और परुषों के टेस्टिकल्स (Testicles) में पाया जाता है. यह सामान्य हो सकता है और घातक भी. यह भी पढ़ें: International Men’s Health Week 2019: इरेक्टाइल डिसफंक्शन बना सकता है पुरुषों को नपुंसक, जानिए क्या है इस बीमारी के प्रमुख कारण

इसके लक्षणों की बात करें तो ट्यूमर के स्थान पर मरीज को एक सामान्य गांठ हो सकता है, लेकिन स्थान के आधार पर हर व्यक्ति में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं. ये शिशुओं में देखा जा सकता है. हालांकि इसका पता बच्चे के जन्म से पहले ही अल्ट्रासाउंड के जरिए लगाया जा सकता है, लेकिन इस गांठ को हटाने के लिए सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है. टेराटोमा कभी-कभी कैंसर का रूप भी ले सकता है, जिसके लिए कीमोथेरेपी या रेडियेशन थेरेपी की जरूरत पड़ सकती है.

गौरतलब है कि इससे पहले चिकित्सा जगत में फेफड़े के अंदर दांत के विकसित होने का मामला सामने आ चुका है, लेकिन टेस्टिकल्स में दांत के विकसित होने का यह मामला चिकित्सा जगत और डॉक्टरों के लिए अपने आप में अनोखा और दुर्लभ है.