World AIDS Day 2021 Slogans in Hindi: एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) के प्रति जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाया जाता है. यह जानलेवा बीमारी अब भी लाइलाज बनी हुई है, क्योंकि इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) का कहना है कि एचआईवी को हराना बहुत मुश्किल है. इस लाइलाज बीमारी से संक्रमित होकर हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है, क्योंकि उन्हें ये नहीं पता चल पाता है कि उन्हें एचआईवी है या फिर वे अपना इलाज देरी से शुरू करते हैं. डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के बावजूद साल 2015 में कहा गया था कि एचआईवी से संक्रमित लोगों को जितनी जल्दी हो सके, एंट्रीरेट्रोवायरल थेरेपी मिलनी चाहिए. बता दें कि 1980 के दशक में दुनिया भर में फैली इस महामारी को एचआईवी/एड्स के तौर पर परिभाषित किया गया था.
हर साल 1 दिसंबर को एचआईवी/एड्स के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए ही विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन हिंदी स्लोगन, कोट्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, फोटो एसएमएस को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों के साथ शेयर करके उन्हें इस लाइलाज बीमारी के प्रति जागरूक कर सकते हैं.
1- एड्स जागरूकता अभियान चलाना है,
एड्स पीड़ितों को उचित सम्मान दिलाना है.
विश्व एड्स दिवस
2- सबको एड्स के प्रति जागरूक करना है,
एड्स को जड़ से उखाड़ कर फेकना है.
विश्व एड्स दिवस
3- अपने रिश्ते के लिए ईमानदार रहें,
एड्स के भागीदार मत बनें.
विश्व एड्स दिवस
4- आपकी सुरक्षा ही,
आपके परिवार की सुरक्षा है.
विश्व एड्स दिवस
5- न साथ रहने से फैलेगा न ही छूने से फैलेगा,
एचआईवी/एड्स तो सिर्फ असावधानी से फैलेगा.
विश्व एड्स दिवस
6- अपने जीवन को बचाएं,
HIV/AIDS से हमेशा दूर रहें.
विश्व एड्स दिवस
7- विश्व एड्स दिवस पर है यही नारा,
एड्स रहित हो देश हमारा...
विश्व एड्स दिवस
यूएन एड्स के अनुसार, 1988 में इस महामारी की शुरुआत के बाद से 79.3 मिलियन लोग एचआईवी से संक्रमित हो चुके हैं. यह अब भी एक प्रमुख वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा बना हुआ है. हालांकि यून एड्स का यह भी कहना है कि 1997 में दुनिया भर में चरम पर पहुंचने के बाद नए एचआईवी संक्रमण दर में करीब 52 फीसदी की कमी आई है. साल 2010 के बाद से नए संक्रमणों में 31 फीसदी की गिरावट आई है, जो साल 2020 में 2.1 मिलियन से घटकर 1.5 मिलियन हो गई है.