Varuthini Ekadashi 2023 Wishes: वरुथिनी एकादशी की इन हिंदी WhatsApp Messages, GIF Greetings, Quotes, Photo SMS के जरिए दें शुभकामनाएं
सभी एकादशियों की तरह ही वरुथिनी एकादशी व्रत के नियम भी दशमी तिथि से ही शुरु हो जाते हैं और एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है, फिर द्वादशी तिथि को इस व्रत का पारण किया जाता है. वरुथिनी एकादशी के इस पावन अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स, फोटो एसएमएस के जरिए अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Varuthini Ekadashi 2023 Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) कहा जाता है, जबकि कई लोग इसे बरुथिनी एकादशी भी कहते हैं. आज यानी 16 अप्रैल 2023 को वरुथिनी एकादशी मनाई जा रही है. इस एकादशी (Ekadashi) के दिन जल (Water) दान करने का विशेष महत्व बताया जाता है, क्योंकि इस दौरान गर्मी चरम पर होती है. ऐसी मान्यता है कि वरुथिनी एकादशी के दिन जल से भरा मटका दान करने और राहगीरों के लिए सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ लगाने से कई जन्मों के पाप नष्ट होते हैं और पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही लक्ष्मी नारायण की कृपा से शरीर स्वस्थ व निरोगी रहता है. इसके साथ ही कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखकर विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से मृत्यु के बाद वैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है.
सभी एकादशियों की तरह ही वरुथिनी एकादशी व्रत के नियम भी दशमी तिथि से ही शुरु हो जाते हैं और एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है, फिर द्वादशी तिथि को इस व्रत का पारण किया जाता है. वरुथिनी एकादशी के इस पावन अवसर पर आप इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स, फोटो एसएमएस के जरिए अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- ॐ नमो नारायण।
श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
शुभ वरुथिनी एकादशी
2- श्रीहरि विष्णु है जिनका नाम,
बैकुंठ है उनका धाम,
वो जगत के हैं पालनहार,
उन्हें शत-शत नमन है बार-बार.
शुभ वरुथिनी एकादशी
3- ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
शुभ वरुथिनी एकादशी
4- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्नानाभं सुरेशं।
विश्वधारं गगनसद्शं मेघवर्णं शुभाड्गमं।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं।
वंदे विष्णु भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।
शुभ वरुथिनी एकादशी
5- आपके परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आए,
भगवान आपको यश और कीर्ति दें…
शुभ वरुथिनी एकादशी
वरुथिनी एकादशी के व्रत को उत्तम फलदायी माना गया है. इस व्रत के प्रभाव से सुख-समृद्धि और सौभाग्य में बढ़ोत्तरी होती है. एकादशी का व्रत को करने वाले भक्तों को दिन भर अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए, जो लोग दिनभर भूखे नहीं रह सकते हैं, वे फलाहार कर सकते हैं. इस दिन सुबह स्नानादि से निवृत्त होकर पूजा स्थल पर भगवान विष्णु को पंचामृत से स्नान कराना चाहिए, फिर षोडशोपचार विधि से पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान उन्हें तुलसी दल अवश्य अर्पित करना चाहिए. ओम् नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र और विष्णु सहस्त्रनाम का जप करना चाहिए, फिर अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर व्रत का पारण करना चाहिए.