Teachers’ Day 2019 Messages In Hindi: माता-पिता अपने बच्चे को जन्म देते हैं और उसकी अच्छी परवरिश करते हैं, लेकिन उन्हें शिक्षा देकर ऊंचे सपने देखने और आकाश में ऊंची उड़ान भरने का हौसला सिर्फ एक शिक्षक ही देता है. गुरू और शिष्य के लिए शिक्षक दिवस (Teachers’ Day) बहुत मायने रखता है. शिक्षक दिवस एक ऐसा दिन है जो छात्रों को अपने शिक्षक के प्रति प्यार, सम्मान और आभार प्रकट करने का सुनहरा अवसर देता है. इस दिन शिक्षकों के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय टीचर्स डे (International Teachers' Day) का आयोजन 5 अक्टूबर को किया जाता है. देश के पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvapalli RadhaKrishnan) की जंयती पर उनकी याद में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है.
शिक्षक दिवस के मौके पर छात्र अपने शिक्षक को उपहार देकर उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं. हालांकि उपहार के जरिए शिक्षक के प्रति प्यार जताने के अलावा आप इन शानदार हिंदी मैसेजेस, ग्रीटिंग्स, जीआईएफ, फोटो एसएमएस को फेसबुक, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया के जरिए भेजकर अपने गुरू को टीचर्स डे की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- गुरु की उर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार,
गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार
गुरु का सद्सान्निध्य ही,जग में हैं उपहार,
प्रस्तर को क्षण-क्षण गढ़े, मूरत हो तैयार
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2- गुरु तेरे उपकार का,
कैसे चुकाऊं मैं मोल,
लाख कीमती धन भला,
गुरु हैं मेरे अनमोल
टीचर्स डे की शुभकामनाएं!
3- आपसे ही सीखा, आपसे ही जाना
आप ही को हमने गुरु हैं माना,
सीखा हैं सब कुछ आपसे हमने,
कलम का मतलब आपसे हैं जाना
टीचर्स डे की शुभकामनाएं!
4- जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है.
कुछ इसी तरह से हर गुरु,
अपना फर्ज निभाता है.
टीचर्स डे की शुभकामनाएं!
5- जिसे देता है हर व्यक्ति सम्मान,
जो करता है वीरों का निर्माण.
जो बनाता है इंसान को इंसान,
ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम.
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गुरू गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय । बलिहारी गुरू आपने गोविंद दियो बताय।। इस दोहे का अर्थ है गुरू और गोविंद (भगवान) दोनों एक साथ खड़े हों तो किसे प्रणाम करना चाहिए? ऐसी स्थिति में शिष्य को सबसे पहले अपने गुरू के चरणों में शीश झुकाने चाहिए, क्योंकि गुरू ने ही ईश्वर के बारे में बताया और उन्हीं की कृपा से ईश्वर के दर्शन का सौभाग्य शिष्य को प्राप्त हुआ.