Surya Pongal 2025 Wishes: सूर्य पोंगल के इन मनमोहक हिंदी WhatsApp Stickers, HD Images, Wallpapers और GIF Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं

सूर्य पोंगल के दिन भगवान सूर्य के उत्तरायण होने पर सूर्य देव का आभार प्रकट किया जाता है. इस दिन चूल्हे पर सूर्य देव के लिए नई फसल से चावल की खीर बनाई जाती है और उन्हें इसका भोग अर्पित किया जाता है, साथ ही पर्व की बधाई दी जाती है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स और जीआइएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर सूर्य पोंगल की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

सूर्य पोंगल 2025 (Photo Credits: File Image)

Surya Pongal 2025 Wishes in Hindi: साल के पहले त्योहार के रूप में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के पर्व को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्राति मनाई जाती है. इस पर्व को उत्तर भारत में खिचड़ी (Khichadi) और लोहड़ी (Lohri) के नाम से मनाया जाता है तो वहीं दक्षिण भारत में इसे पोंगल (Pongal) के तौर पर हर्षोल्लास के साथ सेलिब्रेट किया जाता है. दक्षिण भारत में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण पर्वों में शुमार पोंगल को चार दिनों तक मनाया जाता है. इस साल चार दिवसीय पोंगल पर्व की शुरुआत 14 जनवरी 2025 से हो गई है और आज (15 जनवरी 2025) इस उत्सव का दूसरा दिन है, जिसे सूर्य पोंगल (Surya Pongal) और थाई पोंगल (Thai Pongal) के नाम से जाना जाता है.

सूर्य पोंगल के दिन भगवान सूर्य के उत्तरायण होने पर सूर्य देव का आभार प्रकट किया जाता है और उनकी उपासना की जाती है. इस दिन चूल्हे पर सूर्य देव के लिए नई फसल से चावल की खीर बनाई जाती है और उन्हें इसका भोग अर्पित किया जाता है, साथ ही पर्व की बधाई दी जाती है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स और जीआइएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर सूर्य पोंगल की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- सूर्य पोंगल की हार्दिक बधाई

सूर्य पोंगल 2025 (Photo Credits: File Image)

2- हैप्पी सूर्य पोंगल

सूर्य पोंगल 2025 (Photo Credits: File Image)

3- सूर्य पोंगल की शुभकामनाएं

सूर्य पोंगल 2025 (Photo Credits: File Image)

4- सूर्य पोंगल 2025

सूर्य पोंगल 2025 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ सूर्य पोंगल

सूर्य पोंगल 2025 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि तमिल महीने तई की पहली तारीख से चार दिवसीय पोंगल पर्व की शुरुआत होती है. दक्षिण भारत में पोंगल को नए साल के रूप में मनाया जाता है. इसके साथ ही फसलों के इस पर्व में समृद्धि और संपन्नता के लिए बारिश, धूप और खेती से जुड़ी चीजों की विशेष तौर पर पूजा की जाती है. सूर्य पोंगल के दिन सूर्य देव को जो भोग अर्पित किया जाता है, उसे पगल कहा जाता है. इस दिन पूजा के दौरान सूर्य देव को खीर के साथ गन्ने, केले और नारियल का भी भोग अर्पित किया जाता है.

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