Surya Pongal 2024 Wishes: हैप्पी सूर्य पोंगल! प्रियजनों संग शेयर करें ये शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images और Wallpapers
सूर्य पोंगल या थाई पोंगल के दिन चूल्हे पर सूर्यदेव के लिए नई फसल के चावल की खीर बनाई जाती है. सूर्यदेव और इंद्रदेव को भोग अर्पित करने के बाद सभी को प्रसाद के तौर पर खीर दिया जाता है. इसके साथ ही इस पर्व की बधाई दी जाती है. ऐसे में आप भी इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को भेजकर प्रियजनों से हैप्पी सूर्य पोंगल कह सकते हैं.
Surya Pongal 2024 Wishes in Hindi: हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब उस दिन मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पर्व मनाया जाता है. उत्तर भारत में इस दिन को जहां मकर संक्रांति, खिचड़ी (Khichadi) और लोहड़ी (Lohri) के नाम से मनाया जाता है तो वहीं दक्षिण भारत में इसे पोंगल (Pongal) के तौर पर मनाया जाता है. दक्षिण भारत में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण पर्वों में शुमार पोंगल को चार दिनों तक मनाया जाता है. 15 जनवरी 2024 से चार दिवसीय पोंगल उत्सव की शुरुआत हो गई है और आज (16 जनवरी 2024) इस उत्सव का दूसरा दिन है, जिसे सूर्य पोंगल (Surya Pongal) और थाई पोंगल (Thai Pongal) के नाम से जाना जाता है. सूर्य पोंगल के दिन भगवान सूर्य के उत्तरायण (Uttarayan) होने पर सूर्यदेव का आभार प्रकट किया जाता है और उनकी उपासना की जाती है.
सूर्य पोंगल या थाई पोंगल के दिन चूल्हे पर सूर्यदेव के लिए नई फसल के चावल की खीर बनाई जाती है. सूर्यदेव और इंद्रदेव को भोग अर्पित करने के बाद सभी को प्रसाद के तौर पर खीर दिया जाता है. इसके साथ ही इस पर्व की बधाई दी जाती है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को भेजकर प्रियजनों से हैप्पी सूर्य पोंगल कह सकते हैं.
1- सूर्य पोंगल की शुभकामनाएं
2- सूर्य पोंगल की हार्दिक बधाई
3- हैप्पी सूर्य पोंगल
4- शुभ सूर्य पोंगल
5- सूर्य पोंगल 2024
पोंगल के त्योहार को नए साल के रूप में मनाया जाता है. दरअसल, पोंगल का पर्व तमिल महीने 'तई' की पहली तारीख से शुरु होता है. इस पर्व में समृद्धि और संपन्नता के लिए वर्षा, धूप और कृषि से जुड़ी चीजों की पूजा की जाती है. सूर्यदेव की पूजा के दौरान उन्हें जो प्रसाद अर्पित किया जाता है, उसे पगल कहते हैं. पूजा के दौरान नए चावल से बनी खीर के अलावा सूर्य देव को गन्ना, केला और नारियल भी चढ़ाया जाता है.