Shaheed Diwas 2021 Messages & HD Images: मातृभूमि के लिए शहीद होने वाले भारत माता के वीर सपूतों भगत सिंह (Bhagat Singh), सुखदेव थापर (Sukhdev Thapar) और शिवराम राजगुरु (Shivaram Rajguru) की पुण्यतिथि को सम्मानित करने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस (Shaheed Diwas) मनाया जाता है. दरअसल, सन 1931 में अंग्रेजी हुकूमत द्वारा तीनों नायकों को फांसी दी गई थी, जो स्वतंत्रता संग्राम के दौर के महान क्रांतिकारी थे. हालांकि भारत में साल भर में छह अलग-अलग मौकों पर शहीद दिवस मनाया जाता है. 30 जनवरी को शहीद दिवस, 23 मार्च को शहीद दिवस, 19 मई को भाषा शहीद दिवस, 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद दिवस, 17 नवंबर को लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि और 19 नवंबर को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर इस दिवस को मनाया जाता है.
23 मार्च को मनाए जाने वाले शहीद दिवस को शहीद भगत सिंह, सुखदेव थापर और शिवराम राजगुरु की पुण्यतिथि के तौर पर मनाया जाता है. इसी तारीख को लाहौर जेल में ब्रिटिश शासकों ने तीनों को फांसी दी थी. इस अवसर पर आप शहीद दिवस के इन मैसेजेस, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं.
1- शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा. अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान दिवस पर कोटि-कोटि नमन.
2- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है.
3- जश्न आजादी का मुबारक हो देश वालों को, फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालों को.
4- हंस-हंस के चढ़े सूली पर, जो मरने से थे ना कभी डरे, उन्हीं शहीदों की चिताओं पर लगते हैं हर बरस मेले, जो जंग-ए-आजादी में सबसे आगे होकर हैं लड़े.
5- मिट गए जो खुशी से वतन के नाम पर, आओ सच्चे दिल से उन्हें हम याद करें, दे गए जो हमें खुली हवा आजादी की, आओ ऐसे शहीदों को सिर झुकाकर प्रणाम करें.
बहरहाल, आप शहीद दिवस के इन संदेशों को अपनों के साथ शेयर करके भारत माता के इन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं. इसके अलावा वॉट्सऐप से आप अपडेट किए गए लेटेस्ट स्टिकर्स को भी डाउनलोड कर सकते हैं. वॉट्सऐप स्टिकर्स के लेटेस्ट कलेक्शन को डाउनलोड करने के लिए आपको प्ले स्टोर पर जाना होगा या फिर आप यहां क्लिक करके भी शहीद दिवस के लेटेस्ट स्टिकर्स डाउनलोड कर सकते हैं और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं.