Sawan Putrada Ekadashi 2024 Wishes: सावन पुत्रदा एकादशी की इन भक्तिमय WhatsApp Messages, Quotes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को वाजपेयी यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है. इस व्रत के प्रभाव से निसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है. सावन पुत्रदा एकादशी पर व्रत रखकर श्रीहरि की पूजा-अर्चना करने के अलावा लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. ऐसे में आप भी इन भक्तिमय विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर सावन पुत्रदा एकादशी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Sawan Putrada Ekadashi 2024 Wishes in Hindi: सावन का पावन महीना (Sawan Month) चल रहा है और हर कोई भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की भक्ति में सराबोर है, जबकि इस साल 16 अगस्त 2024 को सावन मास की पुत्रदा एकादशी (Sawan Putrada Ekadashi) मनाई जा रही है. सावन महीने में पड़ने की वजह से इस एकादशी का महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है. दरअसल, साल में दो बार पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) आती है, पहली पौष मास की पुत्रदा एकादशी और दूसरी सावन मास की पुत्रदा एकादशी. ऐसी मान्यता है कि जो दंपत्ति संतान सुख से वंचित हैं या फिर जिन्हें विवाह के काफी समय बाद भी संतान की प्राप्ति नहीं हुई है, उन्हें सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिए. पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत और भगवान विष्णु की पूजा करने से संतान दोष मिटता है और उसे संतान की प्राप्ति होती है.
हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को वाजपेयी यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है. इस व्रत के प्रभाव से निसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है. सावन पुत्रदा एकादशी पर व्रत रखकर श्रीहरि की पूजा-अर्चना करने के अलावा लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी करते हैं. ऐसे में आप भी इन भक्तिमय विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर सावन पुत्रदा एकादशी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
सावन पुत्रदा एकादशी को लेकर प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पूरे विधि-विधान और भक्तिभाव के साथ व्रत रखकर श्रीहरि का पूजन करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही जिनके पास बच्चे हैं वो बच्चों की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए इस व्रत को करते हैं. इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने के अलावा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए. इसके साथ ही रात्रि जागरण कर भजन-कीर्तन करना शुभ माना जाता है. इस व्रत के प्रभाव से न सिर्फ संतान सुख की प्राप्ति होती है, बल्कि इससे व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है.