Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti 2020 Quotes: सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती पर दोस्तों-रिश्तेदारों को WhatsApp, Facebook, Instagram, Twitter के जरिए भेजें उनके ये महान विचार
सरदार वल्लभ भाई पटेल स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और पहले उप प्रधानमंत्री थे. सरदार पटेल स्वभाव से बेहद शांत और नरम दिल के इंसान थे, लेकिन उनके विचार बहुत महान थे. सरदार पटेल जी की जयंती पर आप उनके महान विचारों को वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम के जरिए भेजकर अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Inspirational Quotes of Sardar Vallabhbhai Patel: भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लौह पुरुष (Iron Man) सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की इस साल 144वीं जयंती (Sardar Vallabhbhai Patel 144th Birth Anniversary) मनाई जा रही है. सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात (Gujarat) के नाडियाद में हुआ था. वे अपने पिता झावेर भाई और मां लाडबा पटेल की चौथी संतान थे. उनकी जयंती को साल 2014 से नेशनल यूनिटी डे (National Unity Day) यानी राष्ट्रीय एकता दिवस (Rashtriya Ekta Diwas) के तौर पर मनाया जा रहा है. दरअसल, सरदार पटेल को नवीन भारत का निर्माता माना जाता है, क्योंकि वे ही राष्ट्रीय एकता के बेजोड़ शिल्पी थे. उनके द्वारा किए गए साहसिक कार्यों की वजह से ही उन्हें लौह पुरुष और सरदार जैसी उपाधि से नवाजा गया था. सरदार पटेल एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने देश की 500 से भी अधिक देसी रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने का कारनामा कर दिखाया था.
सरदार वल्लभ भाई पटेल स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और पहले उप प्रधानमंत्री थे. सरदार पटेल स्वभाव से बेहद शांत और नरम दिल के इंसान थे, लेकिन उनके विचार बहुत महान थे. सरदार पटेल जी की जयंती पर आप उनके महान विचारों को वॉट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम के जरिए भेजकर अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं और उनके विचारों से खुद भी प्रेरणा ले सकते हैं.
1- आज हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए.
2- आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए.
3- इस देश की मिट्टी में कुछ खास है, जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं की धरती रही है.
4- आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आंखों को क्रोध से लाल होने दीजिए और अन्याय का सामना मजबूत हाथों से कीजिए.
5- शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है, क्योंकि विश्वास और शक्ति दोनों किसी महान काम को करने के लिए आवश्यक हैं.
6- अधिकार मनुष्य को तब तक अंधा बना कर रखता है जब तक मनुष्य उस अधिकार को प्राप्त करने के लिए मूल्य न चुका दे.
7- जब तक इंसान के अंदर का बच्चा जीवित है, तब तक अंधकारमयी निराशा की छाया उससे दूर रहती है.
8- मेरी एक ही इच्छा है कि भारत एक अच्छा उत्पादक हो और इस देश में कोई अन्न के लिए आंसू बहाता हुआ भूखा ना रहे.
कई लोगों का मानना है कि अगर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने नेहरू जी के प्रति अपना प्रेम न दिखाया होता तो आजाद भारत के पहले प्रधामंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ही होते, लेकिन उन्होंने गांधी जी की इच्छा का सम्मान किया और भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री बने. गौरतलब है कि उनके अथक प्रयासों के कारण ही 15 अगस्त 1947 तक हैदराबाद, कश्मीर और जूनागढ़ को छोड़कर शेष भारतीय रियासतें भारतीय संघ में सम्मिलित हो चुकी थीं. इसके बाद धीरे-धीरे ये रियासतें भी भारतीय संघ का हिस्सा बन गईं.