Saraswati Puja 2020: बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर इन भक्तिमय गीतों और सरस्वती वंदना मंत्रों से करें विद्या की देवी की आराधना
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है, जिसे सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है. भारतीय समाज में इस दिन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बताया जाता है. बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस दिन सरस्वती वंदना मंत्रों और भक्तिमय गीतों से उनकी आराधना की जाती है.
Saraswati Puja 2020 Devotional Songs: माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी (Basant Panchami) का त्योहार मनाया जाता है, जिसे सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) के नाम से भी जाना जाता है. भारतीय समाज में इस दिन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बताया जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन विद्या की देवी सरस्वती का प्राकट्य हुआ था और पूरी प्रकृति संगीतमय हो गई थी. बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा को वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक माना जाता है. देवी सरस्वती (Maa Saraswati) को ज्ञान, भाषा, संगीत, विद्या और कला की देवी कहा जाता है. इस दिन ज्ञान की वृद्धि और उन्नति के लिए बच्चों की शिक्षा शुरू करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. शास्त्रों में इस दिन को सर्वसिद्ध मुहूर्त बताया गया है यानी इस दिन किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए शुभ मुहूर्त या पंचांग देखने की जरूरत नहीं होती है.
बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस दिन सरस्वती वंदना मंत्रों और भक्तिमय गीतों से उनकी आराधना की जाती है. अगर आप भी देवी सरस्वती का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो इन भक्तिमय गीतों (Saraswati Puja Devotional Songs) और सरस्वती वंदना मंत्रों (Saraswati Vandana Mantras) को सुनें व उनकी उपासना करें.
सरस्वती मंत्र
बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर देवी सरस्वती के मंत्रों का जप करना बेहद शुभ माना जाता है. सरस्वती के इस मंत्र को 108 बार गाया गया है, जिसे आपको सरस्वती पूजा के दिन जरूर सुनना चाहिए. यह भी पढ़ें: Basant Panchami/Saraswati Puja 2020: सरस्वती पूजा कब है? जानें बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त, महत्व और विद्या की देवी को प्रसन्न करने के लिए खास पूजा विधि
सरस्वती आरती
माता सरस्वती की पूजा के बाद उनकी आरती करना न भूलें. इस मौके पर आप अनुराधा पौडवाल की आवाज में 'ओम जय सरस्वती माता' पारंपरिक आरती गीत को सुनकर उनकी आरती कर सकते हैं.
सरस्वती चालीसा
40 छंदों से बने सरस्वती चालीस के जरिए बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की आराधना करें. ज्ञान और बुद्धि की चाह रखने वालों के लिए सरस्वती चालीसा का पाठ करना लाभकारी होता है. यह भी पढ़ें: Basant Panchami 2020: जानें बसंत पंचमी का महाम्य, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
ये भक्तिमय गीत और मंत्र देवी सरस्वती को समर्पित हैं, जिन्हें बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सुना जा सकता है. आप भी ज्ञान की देवी सरस्वती पूजा के दिन इन गीतों को जरूर सुनें.