Rosh Hashanah 2020: रोश हशनाह क्या है? जानें यहूदी नव वर्ष से जुड़ी परंपराएं, इतिहास और इस पर्व का महत्व

रोश हशनाह यहूदी नववर्ष है, जिसका अर्थ है वर्ष का प्रमुख या वर्ष का पहला. यह हिब्रू कैलैंडर के सातवें महीने तिश्रेयी के पहले दिन से शुरू होता है. यहूदी नव वर्ष का पर्व ग्रेगोरियन कैलेंडर के सितंबर या अक्टूबर महीने में मनाया जाता है. इस साल रोश हशनाह 18 सितंबर से शुरू होकर 20 सितंबर को समाप्त होगा.

रोश हशनाह 2020 (Photo Credits: File Image)

Rosh Hashanah 2020: रोश हशनाह (Rosh Hashanah) यहूदी नव वर्ष (Jewish New Year) है, जिसका अर्थ है वर्ष का प्रमुख या वर्ष का पहला. यह हिब्रू कैलैंडर (Hebrew Calendar) के सातवें महीने तिश्रेयी (Tishrei) के पहले दिन से शुरू होता है. यहूदी नव वर्ष का पर्व ग्रेगोरियन कैलेंडर के सितंबर या अक्टूबर महीने में मनाया जाता है. इस साल रोश हशनाह 18 सितंबर से शुरू होकर 20 सितंबर को समाप्त होगा. माना जाता है कि रोश हशनाह शब्द का इस्तेमाल पहली बार छठी शताब्दी ई.पू. में मिश्ना (Mishna) में किया गया था. यहूदी समुदाय के लोग इस पर्व को विभिन्न परंपराओं, रीति-रिवाजों, भोजन की तैयारी इत्यादि का पालन करके मनाया जाता है.

इस दिन विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं. इस अवसर पर लोग अपने दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलते हैं और बधाई देते हैं. यहूदी नव वर्ष के खास अवसर पर लोग एक-दूसरे को रोश हशनाह की बधाई देते हैं. इस अवसर पर पुरुष एक-दूसरे से लेशाना तोवाह तिकतेव विचित्तम (Leshana tovah tikatev v’tichatem) कहते हैं, जबकि महिलाएं लेशाना तोवाह तकिकतेवी विचित्तमी (Leshana tovah tikatevee v’tichatemee) कहती हैं. इस तरह से इस समुदाय के लोग एक-दूसरे को यहूदी नव वर्ष की बधाई देते हैं.

रोश हशनाह क्या है?

रोश हशनाह यहूदी नव वर्ष है जो हिब्रू कैलेंडर (Hebrew calendar) के सातवें महीने तिश्रेई (Tishrei) के पहले दिन पड़ता है. इसके अलग-अलग रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करते हुए मनाया जाता है. रोश हशनाह के लिए इस समुदाय के लोग शाना तोवा कहकर भी दूसरों को नए साल की शुभकामनाएं दे सकते हैं, जिसका हिब्रू में अर्थ है अच्छा वर्ष. कभी-कभी लोग कहते हैं शनाह तोवह उमेतुका (shanah tovah u'metukah), जिसका शाब्दिक अर्थ है एक अच्छा और प्यारा नया साल. हिब्रू में रोश हशनाह का मतलब है कि वर्ष का प्रमुख (the head of the year).

महत्व और परंपराएं 

रोश हशनाह शोफर नाम के एक उपकरण को उड़ाने से शुरू होता है, जो राम के सींग से बना हुआ उपकरण है और इसे उड़ाना भगवान की आज्ञा माना जाता है. रोश हशनाह की शाम महिलाएं और लड़कियां मोमबत्तियां जलाती हैं और आशीर्वाद लेती हैं. दूसरी रात रात वो अपनी मोमबत्तियों को जलाने के लिए मौजूदा आग की लौ का इस्तेमाल करती हैं, जब मोमबत्तियां जलाईजाती हैं तो इस समुदाय के लोग शेखचियानु से आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं.

इस पर्व को सेलिब्रेट करने के लिए पारंपरिक दावत में मछली, अनार, शहद, अन्य फलों को शामिल किया जाता है. पहले दिन इसाक के जन्म (Isaac's Birth) और हगर व इश्माएल (Hagar and Ishmael) के निर्वासन के बारे में पढ़ा जाता है. उसके बाद शमूएल पैगंबर (Samuel the Prophet) का एक वचन होता है. दूसरी सुबह अब्राहम के बेटे इसाक के प्रतीकात्मक बलिदान के बारे में पढ़ा जाता है.

योम किप्पुर क्या है?

योम किप्पुर (Yom Kippur) को प्रायश्चित के दिन के रूप में भी जाना जाता है, इसे यहूदी धर्म में वर्ष का सबसे पवित्र दिन माना जाता है. यहूदी पारंपरिक रूप से 25 घंटे उपवास करके प्रार्थना सेवाओं में भाग लेते हैं. इसका केंद्रीय विषय प्रायश्चित और पश्चाताप है. यौम किप्पुर 27 सितंबर की शाम से शुरू होगा और 28 सितंबर की शाम को समाप्त होगा.

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