Rajamata Jijabai Death Anniversary 2021 Messages: राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि आज, इन WhatsApp Stickers, Quotes, HD Images के जरिए करें उन्हें नमन
शाहजी भोसले की पत्नी और छत्रपति शिवाजी महाराज की मां राजमाता जीजाबाई को जीजाई और जीजाऊ के नाम से भी जाना जाता था. साहस, त्याग और बलिदान से परिपूर्ण जीवन जीने वाली जीजा माता ने सभी कठिनाइयों और चुनौतियों का डटकर सामना किया. उनकी पुण्यतिथि पर आप इस महान वीरांगना को इन मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, कोट्स और एचडी इमेजेस को अपनों संग शेयर करके उन्हें नमन कर सकते हैं.
Rajamata Jijabai Death Anniversary 2021 Messages in Hindi: महान मराठा शासक और शूरवीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की माता राजमाता जीजाबाई (Rajmata Jijabai) की आज (17 जून 2021) पुण्यतिथि (Rajamata Jijabai Punyatithi) मनाई जा रही है. साहस, त्याग और बलिदान की देवी राजमाता जीजाबाई ने ही शिवाजी महाराज (Shivaji Maharaj) को बचपन से तलवारबाजी, भाला चलाने की कला, घुड़सवारी, आत्मरक्षा, युद्ध-कौशल की शिक्षा दी. उन्होंने अपने पुत्र को एक कुशल योद्धा बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले जीजाबाई ने उन्हें मातृभूमि, गौ, मानव जाति की रक्षा और महिलाओं का सम्मान करने की शिक्षा भी दी. इसके साथ-साथ राजमाता जीजाबाई बचपन में शिवाजी महाराज को हिंदू धर्म के महाकाव्य रामायण और महाभारत की कहानियां सुनाया करती थीं, जिसकी बदौलत ही शिवाजी में वीरता, धर्मनिष्ठा, धैर्य और मर्यादा जैसे गुणों का विकास हुआ.
शाहजी भोसले की पत्नी और छत्रपति शिवाजी महाराज की मां राजमाता जीजाबाई को जीजाई और जीजाऊ के नाम से भी जाना जाता था. साहस, त्याग और बलिदान से परिपूर्ण जीवन जीने वाली जीजा माता ने सभी कठिनाइयों और चुनौतियों का डटकर सामना किया. उनकी पुण्यतिथि पर आप इस महान वीरांगना को इन मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, कोट्स और एचडी इमेजेस को अपनों संग शेयर करके उन्हें नमन कर सकते हैं.
1-मां वास्तव में संतान की पहली गुरु होती है,
यह सिद्ध किया है राजमाता जीजाबाई ने…
राजमाता जीजाबाई को नमन!
2- जिनके संरक्षण में शिवाजी महाराज ने,
मराठों की गौरवशाली गाथा लिखी,
वो कोई और नहीं राजमाता जीजाबाई हैं…
राजमाता जीजाबाई को नमन!
3- मराठा साम्राज्य के गौरव छत्रपति शिवाजी महाराज की,
जन्मदात्री राजमाता जीजाबाई की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि.
राजमाता जीजाबाई को नमन!
4- छत्रपति शिवाजी महाराज की जननी,
राजमाता जीजाबाई का सारा जीवन,
साहस और त्याग से परिपूर्ण रहा,
इस वीरांगना को कोटि-कोटि नमन.
राजमाता जीजाबाई को नमन!
5- अपने पुत्र को देशभक्त और वीर योद्धा बनाया,
शिवाजी को धर्म और देश के मान की रक्षा के लिए प्रेरित किया,
हिंदवी स्वराज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया,
उस महान वीरांगना की पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन.
राजमाता जीजाबाई को नमन
राजमाता जीजाबाई मराठा साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही मराठा साम्राज्य की नींव को मजबूत बनाने में अपने अहम योगदान के लिए जानी जाती हैं. जीजाबाई ने अपने पुत्र शिवाजी महाराज को छत्रपति बनाने और मराठा साम्राज्य की स्थापना के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. उनका निधन शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के कुछ दिन बाद 17 जून 1674 को हुआ था.