Paryushan Parva 2021 & Micchami Dukkadam Images: मिच्छामी दुक्कड़म के इन हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Images, Wallpapers के जरिए दें पर्यूषण पर्व की बधाई
पर्यूषण पर्व के दौरान जैन धर्म के लोग अपने करीबी लोगों से क्षमा मांगते हैं और इसके लिए अनुष्ठान के तौर पर करीब आने के लिए मिच्छामी दुक्कड़म के शुभकामना संदेश भेजते हैं. आप भी जैन धर्म के पवित्र पर्व पर्यूषण पर अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों को मिच्छामी दुक्कड़म के इन हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ इमेजेस और वॉलपेपर्स के जरिए बधाई दे सकते हैं.
Paryushan Parva 2021 Wishes & Micchami Dukkadam Images: आज यानी 4 सितंबर 2021 से जैन समुदाय का पर्यूषण पर्व (Paryushan Parva) शुरु हो गया है, जिसका समापन 11 सितंबर को होगा. जैन समुदाय (Jain Community) के महान और पवित्र पर्व पर्यूषण का अर्थ है रहना और एक साथ आना, यानी चारों तरफ से सिमटकर एक स्थान पर निवास करना या फिर स्वंय में वास करना. आमतौर पर हिंदू चंद्र कैलेंडर के भाद्रपद महीने में पर्यूषण पर्व पड़ता है, जिसे श्वेताबंर जैन 8 दिन तक अठाइयों के नाम से मनाते हैं, जबकि दिगंबर इस त्योहार को दस लाक्षण कहते हैं और इस पर्व को 10 दिनों तक मानते हैं. संवत्सरी या क्षमवानी इस पर्व का आखिरी उत्सव है, जिसे संवत्सरी प्रतिक्रमण कहते हैं. जैन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, यह पर्व अपने अनुयायियों को सादगीपूर्ण और अहिंसा वादी जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है. इस पर्व के दौरान जैन धर्म के अनुयायी फल, सब्जी का त्याग करके हाई प्रोटीन युक्त आहार लेते हैं.
पर्यूषण पर्व के दौरान जैन धर्म के लोग अपने करीबी लोगों से क्षमा मांगते हैं और इसके लिए अनुष्ठान के तौर पर करीब आने के लिए मिच्छामी दुक्कड़म (Micchami Dukkadam) के शुभकामना संदेश भेजते हैं. आप भी जैन धर्म के पवित्र पर्व पर्यूषण पर अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों को मिच्छामी दुक्कड़म के इन हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ इमेजेस और वॉलपेपर्स के जरिए बधाई दे सकते हैं.
1- मिच्छामी दुक्कड़म
2- मिच्छामी दुक्कड़म
3- मिच्छामी दुक्कड़म
4- मिच्छामी दुक्कड़म
5- मिच्छामी दुक्कड़म
वैसे तो पर्यूषण पर्व का हर दिन बेहद खास होता है, लेकिन इस पर्व की सुंदरता आखिर में होने वाले क्षमा दिवस में छुपी है. इस पर्व के आखिरी दिन हर कोइ अपने समाज, परिवार, दोस्तों, करीबियों और सहयोगियों से अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना करता है. दरअसल, इस दिन हर कोई अपने अहम भाव और अहंकार को छोड़कर हाथ जोड़कर एक-दूसरे से क्षमा मांगते हैं.