Narmada Jayanti 2021 Wishes in Hindi: पतित पावनी गंगा (Ganga) की तरह ही नर्मदा नदी (Narmada) का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. मान्यता है कि गंगा की तरह ही नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने से व्यक्ति को समस्त पापों से मुक्ति मिलती है. इस साल नर्मदा जयंती (Narmada Jayanti) का पावन पर्व 19 फरवरी 2021 (शुक्रवार) को मनाया जाएगा. यह पर्व पवित्र नदी मां नर्मदा को समर्पित है. इस नदी का सर्वाधिक विस्तार मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में है, इसलिए पूरे मध्य प्रदेश में इस पर्व को बहुत ही श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है. इसके साथ ही नदियों के शहर अमरकंटक (Amarkantak) में नर्मदा जयंती उत्सव की भव्यता देखते ही बनती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, नर्मदा जयंती का त्योहार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है.
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने राक्षसों के विनाश और देवों द्वारा किए गए पापों को धोने के लिए नर्मदा नदी का निर्माण किया था. नर्मदा जयंती के पावन अवसर पर अगर आप अपने प्रियजनों और शुभचिंतकों को बधाई देना चाहते हैं तो इस अवसर पर इन विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ इमेजेस, कोट्स को भेजकर उन्हें शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- एक तेरा नाम लेते ही,
मन शांत हो जाता है,
तेरी भक्ति में विलीन रह के ही,
मेरा मन आंनद पाता है,
अपने जल से मुझे मुक्ति प्रदान करो,
मेरी विनती सुन लो नर्मदा माता.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं
2- सदा अपना आशीर्वाद,
हम भक्तों पर बनाए रखना,
हमारे दुख भरे रास्तों पर,
अपनी कोमलता की चादर बिछाए रखना.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं
3- लगाकर नर्मदा के पावन जल में डुबकी,
हम तन-मन को साफ करते हैं,
जिनके संग बुरा किया, उनसे माफी मांगते,
हमारे संग बुरा करने वालों को माफ करते हैं.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं
4- कितनी भी कोशिश करें,
मन में पाप है आ ही जाता,
अब आप ही मेरे पाप सुधारें,
ओ नर्मदा माता...
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं
5- शुद्ध है इनका जल,
बहता है कल-कल,
जो भी इसमें नहाए,
वह हो जाए निर्मल.
नर्मदा जयंती की शुभकामनाएं
माना जाता है कि नर्मदा जयंती के दिन नर्मदा नदी के पावन जल में आस्था की डुबकी लगाने से व्यक्ति के पाप नष्ट होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही मां नर्मदा की कृपा से व्यक्ति को दीर्घायु होने का वरदान मिलता है. मध्य प्रदेश के लोगों का मानना है कि पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जितना पुण्य मिलता है, उतना ही पुण्य नर्मदा जयंती पर नर्मदा नदी में स्नान करने से प्राप्त होता है.