Narak Chaturdashi 2024 Wishes: हैप्पी नरक चतुर्दशी! अपनों के साथ शेयर करें ये मनमोहक हिंदी WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images और Wallpapers
नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध करके 16000 महिलाओं को उसकी कैद से मुक्त किया था, इसलिए इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ का साथ ही दीपदान किया जाता है, साथ ही शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान किया जाता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन मनमोहक विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को शेयर करके अपनों से हैप्पी नरक चतुर्दशी कह सकते हैं.
Narak Chaturdashi 2024 Wishes in Hindi: पांच दिवसीय दिवाली (Diwali Festival) का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. दिवाली उत्सव के तीसरे दिन दीपोत्सव (Deep Utsav) यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) का पर्व मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि जब भगवान श्रीराम अपने 14 वर्ष के वनवास को पूरा करने के बाद आयोध्या वापस लौटे थे, तब समस्त अयोध्या वासियों ने दीये जलाकर श्रीराम के वापस लौटने की खुसी मनाई थी. कहा जाता है कि तब से दीपावली मनाने की परंपरा निभाई जा रही है. दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) मनाई जाती है, जिसे छोटी दिवाली (Chhoti Diwali) के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. इस साल 30 अक्टबूर 2024 को यह पर्व मनाया जा रहा है, जबकि उदया तिथि के अनुसार, नरक चतुर्दशी 31 अक्टूबर को मनाई जा रही है. इस दिन हनुमान जी और मां काली की भी पूजा की जाती है. इसके अलावा यम के नाम की दीपदान भी किया जाता है.
मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध करके 16000 महिलाओं को उसकी कैद से मुक्त किया था, इसलिए इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ का साथ ही दीपदान किया जाता है, साथ ही शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान किया जाता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आप इन मनमोहक विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस और वॉलपेपर्स को शेयर करके अपनों से हैप्पी नरक चतुर्दशी कह सकते हैं.
कहा जाता है कि नरक चतुर्दशी के दिन चौमुखी दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है. यह चौमुखा दिया आटे का बना होता है, जिसे घर के बार रखा जाता है. इस दिन यमराज जी की पूजा का विशेष महत्व है, जिससे व्यक्ति को आरोग्यता और धन-ऐश्वर्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसे सौंदर्य प्राप्ति, आयु और बल की प्राप्ति का दिन भी माना जाता है. असके साथ ही इस दिन लोग घर, दुकान की साफ-सफाई करके उसे फूलों और लाइटों से सजाते हैं.