Mohini Ekadashi 2023 Wishes in Hindi: भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) को एकादशी तिथि अत्यंत प्रिय है, इसलिए इस दिन जो भी व्रत रखकर विधि-विधान से उनकी पूजा करता है, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. वैसे तो हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रीहरि के भक्त व्रत रखकर उनकी उपासना करते हैं. इसी कड़ी में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी (Ekadashi) को मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi) कहा जाता है, जिसका हिंदू धर्म में खास महत्व बताया गया है. आज यानी 1 मई को यह एकादशी मनाई जा रही है. मोहिनी एकादशी को बहुत ही पावन और शुभ फलदायी माना गया है. इस एकादशी का व्रत रखने वाला व्यक्ति मोहमाया के जाल से मुक्त हो जाता है और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. कहा जाता है कि इस एकादशी का व्रत करने वालों के कई जन्मों के पाप भी नष्ट हो जाते हैं.
मान्यता है कि मोहिनी एकादशी के व्रत व पूजन से सहस्त्र गोदान का फल मिलता है. इस व्रत को करने वाले भक्तों के जीवन से सभी दुख दूर होते हैं और भक्तों को निरोगी काया का वरदान भी मिलता है. इस दिन श्रीहरि के भक्त एक-दूसरे को बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी इस खास अवसर पर इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स और एचडी इमेजेस के जरिए अपनों को शुभ मोहिनी एकादशी कह सकते हैं.
1- भगवान विष्णु आपको,
सुख, शांति, समृद्धि,
यश और कीर्ति प्रदान करें.
शुभ मोहिनी एकादशी
2- विष्णु जिनका नाम है,
बैकुंठ जिनका धाम है,
जगत के उस पालनहार को,
हमारा शत-शत प्रणाम है.
शुभ मोहिनी एकादशी
3- मां तुलसी और भगवान विष्णु,
आप और आपके परिवार पर,
ऐसे ही कृपा बरसाते रहें,
आप ऐसे ही उन्नति करते रहें.
शुभ मोहिनी एकादशी
4- ताल बजे, मुदंग बजे,
और बजे हरी की वीणा,
जय राम, जय राम,
जय श्री कृष्ण हरी.
शुभ मोहिनी एकादशी
5- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्नानाभं सुरेशं।
विश्वधारं गगनसद्शं मेघवर्णं शुभाड्गमं।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं।
वंदे विष्णु भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।
शुभ मोहिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी को लेकर ऐसा कहा जाता है कि जब समुद्र मंथन हुआ था तो अमृत प्राप्ति के बाद देवताओं और असुरों में इसे पाने के लिए होड़ मच गई थी. असुर देवताओं से अधिक बलशाली थे, इसलिए सभी देवताओं के आग्रह करने पर भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर असुरों को अपने मोह जाल में फंसाकर उनसे अमृत ले लिया और सभी देवताओं ने उसे पीकर अमरत्व प्राप्त किया, इसलिए इस एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है.