Martyrs' Day 2024 Messages in Hindi: सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 15 अगस्त 1947 को देश अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ियों से आजाद हुआ था और देश की आजादी के कुछ महीने बाद यानी 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने उनकी हत्या कर दी थी. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी को हुई थी, इसलिए इस दिन उनकी पुण्यतिथि (Mahatma Gandhi Punyatithi) मनाई जाती है, जिसे शहीद दिवस (Martyrs' Day) के तौर पर भी जाना जाता है. बता दें कि गांधी जी की हत्या के मामले में नाथूराम गोडसे समेत कुल 9 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था, जिसमें से नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे को फांसी की सजा दी गई थी. इस मामले के बाकी अभियुक्तों में विनायक दामोदर सावरकर को अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था और 6 लोगों को आजीवन कारावास की सजा मिली थी.
'दे दी हमें आजादी बिन खड़ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल…' जी हां, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इस साल 76वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है. ऐसे में सत्य और अहिंसा के पुजारी गांधी जी को हर कोई याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है. इस अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, कोट्स और फोटो एसएमएस के जरिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन कर सकते हैं.
1- बस जीवन में ये याद रखना,
सच और मेहनत का सदा साथ रखना,
बापू तुम्हारे साथ हैं हर बच्चे के पास हैं,
सच्चाई जहां भी है वहां उनका वास है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन
2- सत्य अहिंसा के थे वो पुजारी,
कभी ना जिसने हिम्मत हारी,
सौंप दी हमें आजादी,
जन जन है जिसका आभारी.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन
3- आंख पर ऐनक, हाथ में लाठी,
बापू चलते सीना ताने शान से,
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग-ढाल के,
साबरमती के संत मेरे बापू हैं कमाल के.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन
4- खादी मेरी शान है,
कर्म ही मेरी पूजा है,
सच्चा मेरा कर्म है,
और हिंदुस्तान मेरी जान है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन
5- देश के लिए किया सब कुछ त्याग जिसने,
देशभक्ति के लिए छोड़ा विलास जिसने,
पहन काठ की चप्पल आया इक महात्मा,
जो बन गया इस भारत की आत्मा.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन
गौरतलब है कि 30 जनवरी भारत के इतिहास का वो काला दिन है, जब सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी इस दुनिया को अलविदा कह गए थे. यही वजह है कि इस दिन उनकी पुण्यतिथि को शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बताया जाता है कि 30 जनवरी की शाम करीब 5.17 बजे महात्मा गांधी दिल्ली के बिड़ला भवन में संध्या की प्रार्थना के लिए जा रहे थे, उसी दौरान नाथूराम गोडसे ने पहले उनके चरण स्पर्श किए, फिर अपनी पिस्टल से उनके सीने पर एक के बाद एक तीन गोलियां दाग दी.