Mahaparinirvan Diwas 2024 Quotes: महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के इन 10 महान व प्रेरणादायी विचारों को करें प्रियजनों संग शेयर
अनुयायियों का मानना है कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अपने गुरु भगवान बुद्ध की तरह ही काफी प्रभावी और सदाचारी थे और उनके कार्यों की वजह से उन्हें निर्वाण प्राप्त हो चुका है. यही कारण है कि उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर आप डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के इन 10 महान व प्रेरणादायी विचारों को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें शत-शत नमन कर सकते हैं.
Mahaparinirvan Diwas 2024 Quotes in Hindi: भारतीय संविधान के रचयिता डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर (Dr. Bheemrao Ambedkar) एक महान समाज सुधारक और विद्वान थे. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) को उनके द्वारा समाज में दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के लिए याद किया जाता है. दरअसल, उन्होंने अपने जीवन काल में समाजिक भेदभाव, छुआछूत, जातिवाद को खत्म करने के लिए कई लड़ाइयां लड़ी. इसके साथ ही उन्होंने गरीबों और दलित वर्ग के लोगों की स्थिति में सुधार लाने के लिए अथक प्रयास किए. बौद्ध धर्म के अनुयायियों के अनुसार, आंबेडकर जी भी अपने कार्यों से निर्वाण प्राप्त कर चुके हैं, इसलिए उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का निधन 6 दिसंबर 1956 को हुआ था और उनकी पुण्यतिथि को हर साल 6 दिसंबर के दिन महापरिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Diwas) के तौर पर मनाया जाता है.
अनुयायियों का मानना है कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर अपने गुरु भगवान बुद्ध की तरह ही काफी प्रभावी और सदाचारी थे और उनके कार्यों की वजह से उन्हें निर्वाण प्राप्त हो चुका है. यही कारण है कि उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर आप डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के इन 10 महान व प्रेरणादायी विचारों को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें शत-शत नमन कर सकते हैं.
गौरतलब है कि महापरिनिर्वाण एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है मुक्ति, जो बौद्ध धर्म के प्रमुख सिद्धांतों और लक्ष्यों में से एक है. इस शब्द का अर्थ 'मौत के बाद निर्वाण' है. बौद्ध धर्म के अनुसार, जो निर्वाण प्राप्त करता है वह जीवन चक्र से मुक्त हो जाता है यानी वह बार-बार जन्म नहीं लेगा. कहा जाता है कि निर्वाण पाने के लिए व्यक्ति को बहुत सदाचारी और धर्मसम्मत जीवन जीने की आवश्यकता होती है. 80 साल की उम्र में भगवान बुद्ध के निधन को असल महापरिनिर्वाण कहा गया. वहीं 6 दिसंबर को मनाए जाने वाले महापरिनिर्वाण दिवस पर आंबेडकर के अनुयायी और राजनीति से जुड़े दिग्गज नेता चैत्य भूमि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.