Lohri 2024 HD Images: लोहड़ी के इन मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Wallpapers और Photo SMS के जरिए दें शुभकामनाएं
लोहड़ी की शाम लकड़ियों और उपलों से घर के बाहर या खुले स्थान पर लोहड़ी जलाई जाती है, फिर उस अग्नि के चारों ओर परिक्रमा की जाती है. नई फसलों की इस पर्व पर कटाई की जाती है और कटी हुई फसल का भोग सबसे पहले अग्नि को अर्पित किया जाता है. लोहड़ी के इस पावन पर्व की आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Happy Lohri 2024 HD Images: दिल्ली (Delhi), पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) से एक दिन पहले लोहड़ी (Lohri) का त्योहार पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है. नए साल के पहले पर्व लोहड़ी को शीत ऋतु के जाने और वसंत ऋतु के आगमन के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है. आज (14 जनवरी 2024) लोहड़ी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. लोहड़ी फसलों की बुवाई और कटाई से जुड़ा एक खास त्योहार है, इसलिए इस दिन नई फसल की पूजा की जाती है और अग्नि में रबी की फसल को अर्पित किया जाता है. इसके साथ ही लोग अग्निदेव और सूर्यदेव का अच्छी फसल के लिए आभार व्यक्त करते हैं. इसके अलावा इस दिन आग में तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी और मूंगफली चढ़ाई जाती है.
लोहड़ी की शाम लकड़ियों और उपलों से घर के बाहर या खुले स्थान पर लोहड़ी जलाई जाती है, फिर उस अग्नि के चारों ओर परिक्रमा की जाती है. नई फसलों की इस पर्व पर कटाई की जाती है और कटी हुई फसल का भोग सबसे पहले अग्नि को अर्पित किया जाता है. लोहड़ी के इस पावन पर्व की आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- लोहड़ी दी लख लख-लख बधाइयां
2- लोहड़ी की हार्दिक बधाई
3- लोहड़ी की शुभकामनाएं
4- हैप्पी लोहड़ी
5- लोहड़ी 2024
लोहड़ी के दिन दुल्ला भट्टी की कहानी सुनी जाती है. कहा जाता है कि मुगल शासक अकबर के शासन काल में पंजाब में रहने वाले दुल्ला भट्टी ने लड़कियों की रक्षा उस वक्त की थी, जब संदल बार में लड़कियों को अमीर सौदागरों को बेचा जा रहा था. एक बार तो दुल्ला भट्टी ने उन अमीर सौदागरों से लड़कियों को छुड़वाकर उनकी शादी हिंदू लड़कों से करवा दी, तब से हर साल लोहड़ी पर उसकी यह कहानी सुनाने की परंपरा चली आ रही है. लोहड़ी के दिन लोग अग्नि के गोल-गोल चक्कर लगाते हुए गीत गाते हैं. इसके साथ ही ढोल-नगाड़ों की ताल पर जमकर भांगड़ा और गिद्दा करते हैं.