
Holika Dahan 2025 Wishes in Sanskrit: रंगों के पर्व होली (Holi) से ठीक एक दिन पहले मनाए जाने वाले होलिका दहन (Holika Dahan) के त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, होलिका दहन के त्योहार को फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस दिन लोग लकड़ियों और गोबर के उपलों से होलिका तैयार करते हैं, फिर विधि-विधान से पूजा करके उसे जलाते हैं. होलिका की पूजा करते समय लोग नई फसल की बालियों और फलियों को अग्नि में डालकर नकारात्मकता को दूर करने और सकारात्मकता का स्वागत करने की प्रार्थना करते हैं. इस साल 13 मार्च 2025 को होलिका दहन का पर्व मनाया जा रहा है. इसके अगले दिन यानी 14 मार्च 2025 को रंगों वाली होली खेली जाएगी.
माना जाता है कि होलिका दहन की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और रोगों से भी मुक्ति मिलती है. होलिका की अग्नि में नई फसल की बालियों को डालना आने वाली फसल के लिए अच्छी पैदावार की कामना का प्रतीक है. होलिका दहन के शुभ अवसर पर आप संस्कृत के इन विशेज, श्लोक, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर होलिका पर्व शुभकामना: कहकर बधाई दे सकते हैं.

हिरण्यवर्णममलं समिद्धं विश्वतोमुखम् ॥

तन्नो अग्निः प्रचोदयात्।



होलिका दहन से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, इसी पावन तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त प्रह्लाद को होलिका से बचाया था, इसलिए इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व माना जाता है. वहीं होलिका जलाने की परंपरा को आत्मा की शुद्धि और मन की पवित्रता का प्रतीक माना जाता है. इसके अलावा यह कृषि चक्र से भी संबंधित है, इसलिए होलिका की अग्नि में नई फसल की बालियों और फलियों को डालकर देवताओं से आने वाले वर्ष में अच्छी फसल और समृद्धि की कामना की जाती है.