Guru Nanak Jayanti 2021 HD Images: गुरपुरब की लख-लख बधाइयां! शेयर करें ये खूबसूरत WhatsApp Wishes, Facebook Greetings, GIFs, Photo SMS और वॉलपेपर्स
इस साल गुरू नानक देव जी की 552वीं जयंती मनाई जा रही है. इस खास अवसर पर अमृतसर के हरमंदिर साहिब यानी स्वर्ण मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ता है. इसके साथ ही सिख समुदाय के लोग एक-दूसरे को गुरपुरब की लख-लख बधाइयां भी कहते हैं. इस मौके पर आप भी इन खूबसूरत एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ, फोटो एसएमएस और वॉलपेपर्स को शेयर करके बधाई दे सकते हैं.
Guru Nanak Jayanti 2021 HD Images: आज (19 नवंबर 2021) जहां हिंदू धर्म के लोग कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) यानी देव दिवाली (Dev Diwali) का त्योहार मना रहे हैं तो वहीं सिख समुदाय के लोग गुरू नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) मना रहे हैं. जी हां, आज सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरू, गुरू नानक देव जी की जयंती मनाई जा रही है, जिसे गुरपुरब (Gurpurab) और प्रकाश पर्व (Prakash Parv) के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, गुरू नानक देव जी का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन 1469 ई. में हुआ था. उनका जन्म वर्तमान के पाकिस्तान स्थित पंजाब प्रांत में तलवंडी नामक स्थान पर हुआ था, जहां आज ननकाना साहिब नाम का गुरुद्वारा स्थित है. सिख समुदाय के लोग प्रकाश पर्व को बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. इस दिन देश के तमाम गुरुद्वारों में भजन-कीर्तन, अरदास और लंगर का आयोजन किया जाता है.
इस साल गुरू नानक देव जी की 552वीं जयंती मनाई जा रही है. इस खास अवसर पर अमृतसर के हरमंदिर साहिब यानी स्वर्ण मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ता है. इसके साथ ही सिख समुदाय के लोग एक-दूसरे को गुरपुरब की लख-लख बधाइयां भी कहते हैं. इस मौके पर आप भी इन खूबसूरत एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ, फोटो एसएमएस और वॉलपेपर्स को शेयर करके बधाई दे सकते हैं.
1- गुरु नानक जयंती 2021
2- हैप्पी गुरु नानक जयंती
3- गुरु नानक जयंती की लख-लख बधाइयां
4- गुरपुरब की हार्दिक बधाई
5- गुरपुरब की ढेरों शुभकामनाएं
प्रकाश पर्व यानी गुरपुरब के खास अवसर पर पूरे नगर में प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं और गुरू नानक देव जी के अनमोल वचनों को बताया जाता है. इस दिन नानक देव जी द्वारा दी गई शिक्षाओं के बारे में लोगों को बताया जाता है. इसके साथ ही गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ किया जाता है. सिखों के पहले गुरू, गुरू नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन सिर्फ सिख धर्म के लोग ही नहीं, बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी करते हैं.