Gita Jayanti 2022 HD Images: शुभ गीता जयंती! शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo SMS और वॉलपेपर्स, Geeta Jayanti
ऐसा कहा जाता है कि जिस तरह से कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण के गीता उपदेश ने अर्जुन का मार्गदर्शन किया था, उसी तरह से इस संसार का हर इंसान इससे अपने जीवन की हर समस्या से बाहर निकलने के लिए उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है. गीता जयंती पर आप इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, वॉलपेपर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Gita Jayanti 2022 HD Images: हिंदू पंचांग के अनुसार, एक तरफ जहां मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi) मनाई जाती है तो वहीं दूसरी तरफ इसी दिन गीता जयंती (Gita Jayanti) का पर्व भी मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इसी पावन तिथि पर महाभारत के युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण (Bhagwan Shri Krishna) ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को श्रीमद्भगवत गीता (Shrimad Bhagwad Gita) का उपदेश दिया था. कहा जाता है कि इस दिन श्रीमद्भगवत गीता का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन गीता जयंती मनाई जाती है. इस साल गीता जयंती 3 दिसंबर 2022 को मनाई जा रही है. हिंदू धर्म में श्रीमद्भगवत गीता को सबसे पवित्र ग्रंथ माना गया है, जिसमें मानव जीवन का सार छुपा हुआ है. इतना ही नहीं इसमें धार्मिक, कार्मिक, सांस्कृतिक और व्यवहारिक ज्ञान भी समाहित है, इसलिए ऐसा कहा जाता है कि इस ग्रंथ का अध्ययन और अनुसरण करने से व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों ही बदल सकती है.
श्रीमद्भवत गीता का ज्ञान प्राप्त करने के बाद अर्जुन युद्ध के मैदान में अपना कर्म करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि जिस तरह से कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्ण के गीता उपदेश ने अर्जुन का मार्गदर्शन किया था, उसी तरह से इस संसार का हर इंसान इससे अपने जीवन की हर समस्या से बाहर निकलने के लिए उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है. गीता जयंती पर आप इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, वॉलपेपर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- गीता जयंती की शुभकामनाएं
2- गीता जयंती की हार्दिक बधाई
3- गीता जयंती 2022
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4- हैप्पी गीता जयंती
5- शुभ गीता जयंती
गौरतलब है कि गीता का प्रादुर्भाव भगवान श्रीकृष्ण के मुख से रणभूमि में अर्जुन का मार्गदर्शन करने के लिए हुआ था. श्रीकृष्ण से उपदेश पाकर अर्जुन न ने सिर्फ परम ज्ञान को प्राप्त किया था, बल्कि उनकी सारी शंकाओं का निवारण भी हुआ था. आपको बता दें कि श्रीमद्भगवत गीता में कुल 18 अध्याय हैं, जिनमें कर्मयोग, ज्ञानयोग और भक्तियोग के उपदेश दिए गए हैं. इस पवित्र ग्रंथ में इस संसार के हर प्राणी के जन्म से लेकर मृत्यु और मृत्यु के बाद के चक्र को विस्तार से बताया गया है.