Eid Milad Un Nabi 2021: इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी उल अव्वल (Rabi Ul Awwal) की शुरुआत के साथ ही दुनिया भर के मुसलमान ईद मिलाद उन नबी यानी ईद-ए-मिलाद (Eid-e-Milad) या मावलिद (Mawlid) की तैयारियों में जुट जाते हैं. मुस्लिम समुदाय के एक बड़े वर्ग का मानना है कि इस्लाम धर्म के अंतिम पैगंबर मोहम्मद (Prophet Mohammed) का जन्म 12वीं रबी उल अव्वल (Rabi Ul Awwal) को हुआ, इसलिए सूफी या बरेलवी विचारधारा का पालन करने वाले मुसलमान पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए ईद मिलाद उन नबी का पालन करते हैं. दुनिया भर के अधिकांश मुसलमान इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद साहब (Islam's Prophet Mohammed) का जन्मदिन धूमधाम से मनाते हैं.
इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार, पैंगबर मोहम्मद साहब (Prophet Muhammad) को खुद अल्लाह ने फरिश्ते जिब्रईल के जरिए कुरान का संदेश दिया था. पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन समारोह को लेकर मुस्लिम समुदाय के कई अलग-अलग वर्गों का मानना है कि जन्मदिन समारोह का इस्लामी संस्कृति में कोई स्थान नहीं है, जबकि भारत में उनके जन्मदिन को मनाने की परंपरा का व्यापक रूप से पालन किया जाता है.
ईद मिलाद उन नबी या मावलिद समारोह का इतिहास मुसलमानों की पीढ़ी के अनुयायियों के युग में वापस जाता है, जो पैगंबर मोहम्मद के साथियों का अनुसरण करते थे. उनमें से कुछ 12वीं रबी उल अव्वल पर पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए कविता और गीतों का पाठ करेंगे. सदियों से यह प्रथा उत्सव के अवसर में बदल गई. ईद मिलाद उन नबी का महत्व इसलिए है, क्योंकि यह दिन पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह भी पढ़ें: सऊदी अरब में दिखा Rabi Ul Awwal का चांद, 18 अक्टूबर को मनाई जाएगी Eid-E-Milad
जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, ईद मिलाद उन नबी 12वीं रबी उल अव्वल को मनाई जाती है. ईद मिलाद उन नबी इस साल 19 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस कार्यक्रम को अधिकांश मुस्लिम बहुल देशों में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता प्राप्त है. भारत जैसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले कुछ गैर-मुस्लिम बहुसंख्यक देश भी इसे सार्वजनिक अवकाश के रूप में मान्यता देते हैं.
इस्लाम धर्म की मान्यताओं के अनुसार, 571 ई. में इस्लाम के तीसरे महीने यानी रबी उल अव्वल की 12वीं तारीख को पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. वहीं कहा यह भी जाता है कि इसी रबी उल अव्वल की 12वीं तारीख को उनका इंतकाल भी हुआ था. मक्का में जन्में पैगंबर मोहम्मद साहब का पूरा नाम मोहम्मद इब्न अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मत्तलिब था, जबकि उनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और मां का नाम बीबी अमिना था. सुन्नी मुस्लिम जहां ईद-ए-मिलाद का पर्व रबी के 12वें दिन मनाते हैं, वहीं शिया समाज के लोग इस पर्व को रबी के 17वें दिन मनाते हैं.