Diwali 2023 in Advance Wishes in Hindi: पांच दिनों तक मनाए जाने वाले दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का लोगों को बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है. हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले पर्वों में दिवाली का विशेष महत्व बताया जाता है. इस साल पांच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुरुआत 10 नवंबर 2023 से धनतेरस (Dhanteras) के साथ हो रही है, जिसका समापन 15 नवंबर को भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ होगा. इस साल दिवाली का मुख्य पर्व यानी लक्ष्मी पूजन (Laxmi Pujan) 12 नवंबर 2023 को है. इस दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जाती है और मान्यता है कि इस दिन धन व ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी अपने भक्तों के घरों में प्रवेश कर उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं. पांच दिनों तक मनाई जाने वाली दिवाली के दौरान धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे त्योहार मनाए जाते हैं.
दिवाली उत्सव की शुरुआत होते ही लोगों के बीच शुभकामना संदेशों के आदान-प्रदान का सिलसिला बेहद आम हो जाता है, लेकिन कई लोग इसके लिए दिवाली की शुरुआत का इंतजार नहीं कर पाते हैं. ऐसे में आप दिवाली से पहले इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स के जरिए अपनों को हैप्पी दिवाली इन एडवांस कह सकते हैं.
1- पटाखों की आवाज,
खुशियों की बहार,
आप सभी को मुबारक हो,
आने वाला दिवाली का त्योहार.
हैप्पी दिवाली इन एडवांस
2- चारों और दीये जलाना,
सबको तुम गले से लगाना,
अपना पराया भूलाकर सब,
आने वाली दिवाली खुशी से मनाना.
हैप्पी दिवाली इन एडवांस
3- आने वाली है दिवाली,
आपके घर आएं मां लक्ष्मी,
दूर हो जाएं आपके सारे दुख-दर्द,
आपका जीवन खुशियों से भर जाए.
हैप्पी दिवाली इन एडवांस
4- आने वाली दिवाली खुशियां लेकर आए,
आपके जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आए,
दिवाली से पहले हमारी है यही शुभकामनाएं,
आप जो चाहें इस दिवाली वो सब मिल जाए.
हैप्पी दिवाली इन एडवांस
5- आ रही है दिवाली,
खुशियां ला रही है दिवाली,
शुरू कर दो जश्न की तैयारी,
आपको मिलने आ रही हैं खुशियां प्यारी-प्यारी.
हैप्पी दिवाली इन एडवांस
दीयो के उत्सव को धूमधाम से मनाने और माता लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए लोग कई दिन पहले से अपने घरों की साफ-सफाई में जुट जाते हैं. घरों को रंग-बिरंगी लाइटों, दीयों से रोशन किया जाता है. इसके साथ ही पर्व की शुभता बढ़ाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है. प्रचलित पौराणिक मान्यता के अनुसार, लंकापति रावण का संहार करने के बाद दिवाली के दिन भगवान राम चौदह वर्षों का वनवास खत्म करके अयोध्या लौटे थे. उनके आगमन की खुशी में अयोध्या नगरी को दीयों से रोशन किया गया था, तब से दिवाली मनाने की परंपरा चली आ रही है.