Dhanteras 2023 Shubh Muhurat: धनतेरस पर इस मुहूर्त में करें खरीदारी! इसी दिन लग रहे विष्कुंभ काल की गई खरीदारी हानिकारक है! जानें विस्तार से!
ज्योतिषाचार्य भागवत महाराज के अनुसार इस वर्ष धनतेरस तिथि पर प्रीति योग बन रहा है. यह योग पूरा रात बना रहेगा. इस योग काल में सोने, चांदी अथवा कीमती वस्तुओं की खरीदार करने से जातक को अक्षय फलों की प्राप्ति होती है.
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार देव-दानव के बीच हुए समुद्र-मंथन के दौरान विष और अमृत के साथ-साथ कुछ महान देवी-देवता भी प्रकट हुए थे, इसी में एक थे भगवान कुबेर, जो कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन प्रकट हुए थे, जिन्हें धन का देवता माना जाता है. भगवान कुबेर के प्रकट होने वाली तिथि को ही धनतेरस पर्व के रूप में मनाया जाता है. इस दिन धन की देवी एवं देवता क्रमश लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है. हिंदू मान्यताओं एवं आस्था के अनुसार धनतेरस के दिन सोना, चांदी, बर्तन एवं अन्य कीमती वस्तुएं खरीदने से धन कोष में वृद्धि और शुभता प्राप्त होती है. आइये जानते हैं यह खरीदारी किस मुहूर्त में करना अत्यंत शुभकारी साबित होता है.
कब और किस मुहूर्त पर करें खरीदारी
ज्योतिषियों के अनुसार धनतेरस के दिन प्रदोष काल में की गई खरीदारी अत्यंत शुभ एवं लाभकारी होती है. आप निम्न मुहूर्त के अनुरूप सोना, चांदी, बर्तन आदि की खरीदारी कर सकते हैं.
कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी प्रारंभः 12.35 PM से 01.57 PM (10 नवंबर 2023, शुक्रवार) तक
कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी समाप्तः 12.35 PM से 01.57 PM (10 नवंबर 2023, शनिवार) तक
प्रदोष काल में धनतेरस की खरीदारी और पूजा विधान होने के कारण 10 नवंबर 2023 को धनतेरस मनाया जाएगा.
प्रदोष कालः 05.30 PM से 08.08 PM तक
वृषभ कालः 05.47 PM से 07.34 PM तक
ज्योतिषियों के अनुसार धनतेरस के दिन उपयुक्त दोनों ही काल देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा की जा सकती है.
धनतेरस पर इस लग्न में ही करें लक्ष्मी-पूजा
आचार्य के अनुसार धनतेरस पूजा के लिए प्रदोष काल का स्थिर लग्न सर्वोत्तम माना जाता है, स्थिर लग्न में देवी लक्ष्मी की पूजा करने से लक्ष्मी घर में स्थिर रूप से प्रवेश करती हैं, और वृषभ लग्न को स्थिर माना जाता है, दिवाली की प्रदोष काल के साथ ही लगता है.
कब करें खरीदारी
ज्योतिषाचार्य भागवत महाराज के अनुसार इस वर्ष धनतेरस तिथि पर प्रीति योग बन रहा है. यह योग पूरा रात बना रहेगा. इस योग काल में सोने, चांदी अथवा कीमती वस्तुओं की खरीदार करने से जातक को अक्षय फलों की प्राप्ति होती है. लेकिन यहां इस बात का भी ध्यान रखें कि प्रीति योग से पूर्व विष्कुंभ योग का भी निर्माण हो रहा है. इस योग में गलती से भी कीमती वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए, इस काल में खरीदारी आपको भारी नुकसान करवा सकती हैं. इसलिए अगर धनतेरस पर खरीदारी करने निकल रहे हैं, तो संध्याकाल 05.05 बजे के बाद निश्चिंत होकर खरीदारी कर सकते हैं