Chhattisgarh Formation Day 2024 Messages: छत्तीसगढ़ राज्योत्सव (Chhattisgarh Rajyotsava) एक क्षेत्रीय त्यौहार है जो भारत में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन का जश्न मनाता है. यह हर साल 1 नवंबर को मनाया जाता है, जिस दिन भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर 2000 में इस क्षेत्र को एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया था. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव को छत्तीसगढ़ गठन दिवस (Chhattisgarh Formation Day) या छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के रूप में भी जाना जाता है. यह राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने और इसकी स्थापना के बाद से इसकी प्रगति और विकास को दर्शाने का दिन है. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव संस्कृत के दो शब्दों “छत्तीस” से बना है जिसका अर्थ है छत्तीस, “गढ़” का अर्थ है किला और “राज्योत्सव” का अर्थ है राज्य उत्सव.
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव एक क्षेत्रीय अवसर है जो उस तिथि को याद करता है जब भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर वर्ष 2000 में इस क्षेत्र को एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया था. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव छत्तीसगढ़ राज्य में एक सार्वजनिक अवकाश है और इसे राज्य के लोगों द्वारा बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव राजधानी रायपुर के साथ-साथ राज्य के अन्य जिलों और कस्बों में भी पांच दिनों तक मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियां शामिल हैं जो राज्य की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करती हैं, जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन, हस्तशिल्प प्रदर्शनी, खेल प्रतियोगिताएं, साहित्यिक सेमिनार और पुरस्कार समारोह
1. छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस
2. महानदी की घाटी में, विकसित भारत की जड़ें जम रही
मेहनतकश इंसानों का श्रम
इसके हृदय कमल में विकसित हरित स्वर्ण छवि सौरभमय सा.
छत्तीसगढ़ के जन-गण के गौरव की जय हो.
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस की बधाई
3. छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस की बधाई
4. छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस की शुभकामनाएं
5 . छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में राष्ट्रीय आदिवासी डांस महोत्सव का भी आयोजन किया जाता है, जो विभिन्न राज्यों और देशों के आदिवासी कलाकारों के लिए अपने पारंपरिक डांस और वेशभूषा प्रदर्शित करने का एक मंच है. छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में राजनीति, प्रशासन, शिक्षा, मीडिया और मनोरंजन जैसे विभिन्न क्षेत्रों से गणमान्य व्यक्ति और अतिथि शामिल होते हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री इस उत्सव का उद्घाटन करते हैं और राज्य की उपलब्धियों और चुनौतियों पर भाषण देते हैं.