Chhath Puja 2024 HD Images: शुभ छठ पूजा! इन मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo Wishes, Wallpapers के जरिए दें बधाई
चार दिनों तक चलने वाले छठ पर्व का तीसरा दिन सबसे खास होता है. इस दिन व्रती सूर्यास्त के समय नदी या तालाब के किनारे जाकर सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं और चौथे दिन सूर्योदय के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर इस व्रत का पारण किया जाता है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो विशेज, वॉलपेपर्स के जरिए अपनों से शुभ छठ पूजा कह सकते हैं.
Chhath Puja 2024 HD Images: छठ पूजा (Chhath Puja) का महापर्व नियम, संयम और तपस्या का पर्व है, जो चार दिनों तक चलता है, लेकिन दिवाली उत्सव (Diwali Utsav) के समापन के साथ ही इसकी तैयारियां शुरु हो जाती हैं. आस्था के महापर्व छठ पूजा को बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और नेपाल के तराई वाले क्षेत्रों में मनाया जाता है. इस पर्व को छठ पूजा, डाला छठ, छठी माई, छठ, छठ माई पूजा, सूर्य षष्ठी जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, छठ पर्व मुख्य रूप से कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाया जाता है. इसके अलावा चैत्र शुक्ल षष्ठी तिथि के छठ पर्व को चैती छठ कहा जाता है. छठ पर्व भगवान सूर्य (Surya Dev) को और छठ मैया (Chhath Maiya) को समर्पित है, इसलिए छठ पर्व में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और छठ मैया की पूजा कथा की जाती है. इस साल छठ पूजा का मुख्य पर्व 7 नवंबर 2024 को पड़ रहा है.
चार दिनों तक चलने वाले छठ पर्व का तीसरा दिन सबसे खास होता है. इस दिन व्रती सूर्यास्त के समय नदी या तालाब के किनारे जाकर सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं और चौथे दिन सूर्योदय के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर इस व्रत का पारण किया जाता है. इस अवसर पर आप इन मनमोहक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो विशेज, वॉलपेपर्स के जरिए अपनों से शुभ छठ पूजा कह सकते हैं.
प्रचलित पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि छठ मैया ब्रह्माजी की मानस पुत्री हैं और सूर्यदेव की बहन हैं. शास्त्रों में छठ मैया को संतान की रक्षा करने वाली और संतान सुख देने वाली देवी के रूप में वर्णित किया गया है, जबकि सूर्यदेव अन्न, संपन्नता और आरोग्य के देवता हैं, इसलिए जब रवि और खरीफ की फसल कटकर आ जाती है तो छठ का पर्व सूर्य देव का आभार प्रकट करने के लिए चैत्र और कार्तिक के महीने में किया जाता है. छठ पूजा के दौरान ठेकुआ, मालपुआ, चावल के लड्डू, फल और नारियल इत्यादि को प्रसाद के तौर पर सूर्य देव को अर्पित किया जाता है.