Chhath Puja 2020 Mehndi Designs Videos: दिवाली (Diwali) के बाद छठ पूजा (Chhath Puja) का इंतजार अधिकांश श्रद्धालु करते हैं. उत्तर भारत (North India) में धूमधाम से मनाया जाने वाले पर्वों में से ये एक पर्व है, इसलिए आस्था का महापर्व भी कहा जाता है. दिवाली के बाद अब सभी को सूर्य देव और छठ मैया की उपासना के पर्व छठ पूजा का इंतजार है. उत्तर भारत और खासतौर पर बिहार, यूपी और झारखंड में यह त्योहार बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं साज-श्रृंगार करके अपना हाथों में मेहंदी रचाती हैं. यह भी पढ़ें : Chhath Puja नहाय-खाय, लोहंडा-खरना, संध्या और ऊषा अर्घ्य कब है? जानें 4 दिवसीय छठ पूजा पर्व की तिथि और पूरा शेड्यूल
अक्सर महिलाएं किसी भी खास अवसर पर हाथों में मेहंदी लगाती हैं जिसे अवसर के अनुसार शुभ भी माना जाता है. हिंदुओं में मेहंदी लगाने के बहुत से महत्व हैं, अक्सर तीज और त्योहार पर महिलाएं मेहंदी लगाती हैं और और खुशी को जाहिर करती हैं. शादी हो, त्यौहार हो या कोई भी ऐसा कार्यक्रम हो तो सबसे पहले मेहंदी लगाई जाती है, लेकिन मेहंदी लगाने का महत्व हर किसी को नहीं पता होता है. अगर आप छठ पूजा का व्रत रखने की सोच रही हैं तो अपने हाथों में मेहंदी जरूर रचाएं और इस पर्व की शुभता बढ़ाएं. हम आपके लिए लेकर आए हैं मेहंदी के मनमोहक डिजाइन्स, जिन्हें आप ट्राई कर सकती हैं.
1- छठ पूजा स्पेशल मेहंदी डिजाइन
2- छठ पूजा आकर्षक मेहंदी डिजाइन
3- छठ पूजा बैक हैंड मेहंदी डिजाइन
4- छठ पूजा खूबसूरत मेहंदी डिजाइन
खूबसूरत बैक हैंड मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
आसान और खूबसूरत मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
1. पहला दिन (नहाय खाय): व्रत रखने महिलाएं स्नान करने के बाद नए वस्त्र धारण करती हैं. शाम को शाकाहारी भोजन होती है.
2. दूसरा दिन (खरना): कार्तिक शुक्ल पंचमी को महिलाएं पूरे दिन व्रत रखती हैं और शाम को भोजन करती हैं. शाम को चाव व गुड़ से खीर बनाकर खाई जाती है.
3. तीसरे दिन (षष्ठी के दिन): इस दिन छठ पर्व का प्रसाद बनाया जाता है. अधिकांश स्थानों पर चावल के लड्डू बनाए जाते हैं. प्रसाद व फल बांस की टोकरी में सजाए जाते हैं. टोकरी की पूजा की जाती है. व्रत रखने वाली महिलाएं सूर्य को अर्ग देने और पूजा के लिए तालाब, नदी या घाट पर जाती हैं. स्नान कर डूबते सूर्य की पूजा की जाती है. यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2020: छठ मैया और सूर्य देव की उपासना का पर्व है छठ पूजा, इस दौरान न करें ये गलतियां, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
4. चौथे दिन: सूर्योदय के समय भी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. पूजा के बाद प्रसाद बांट कर छठ पूजा संपन्न की जाती है. इस तरह चार दिवसीय छठ पर्व पूर्ण होता है. छठ पर्व को लेकर श्रद्धालुओं के द्वारा शकरकंद, लौकी एवं गन्ने की खरीदी की जा रही है. वहीं पर्व को देखते हुए बाजार में इनकी आवक बढ़ गई है.
गौरतलब है कि इस साल कोरोना वायरस महामारी के बीच छठ पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है. ऐसे में लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर कम भीड़ जुटाने की अपील की जा रही है. लोगों से कहा जा रहा है कि वे घर पर ही जल स्रोत बनाकर पूजा अचर्ना करें.