Anant Chaturdashi 2022 Messages in Hindi: वैसे तो दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganesh Utasav) के पर्व को देशभर में मनाया जाता है, लेकिन महाराष्ट्र में इस पर्व की धूम देखते ही बनती हैं. 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) से गणेशोत्सव की शुरुआत हुई थी और आज यानी 9 सितंबर 2022 को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) मनाई जा रही है यानी आज गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) को विदाई दी जाएगी और बप्पा वापस कैलाश पर्वत पर लौट जाएंगे. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति बप्पा का भक्तों के बीच आगमन होता है, फिर पूरे दस दिनों तक उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. आखिर में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को गणपति बप्पा को अंतिम विदाई दी जाती है और इसी के साथ दस दिवसीय गणेशोत्सव का समापन हो जाता है.
मान्यता है कि दस दिनों तक भक्तों के बीच रहकर उनकी मनोकामनाएं पूरी करने के बाद गणपति बप्पा अनंत चतुर्दशी को अपने घर कैलाश लौट जाते हैं. भक्त गणपति बप्पा के जयकारों के साथ उन्हें विदाई देते हैं. इसके साथ ही इस अवसर पर गणेश जी के भक्तिमय मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, ग्रीटिंग्स और जीआईएफ इमेजेस को भेजकर अपनों से हैप्पी अनंत चतुर्दशी भी कहा जाता है.
1- उम्मीद के कई फूल खिलें,
जीवन में हर खुशी आपको मिले,
कभी ना हो दुखों का सामना,
यही है अनंत चतुर्दशी पर हमारी कामना.
हैप्पी अनंत चतुर्दशी
2- दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा,
ये गणेश जी का दरबार है,
देवों के देव वक्रतुंड महाकाय को,
अपने हर भक्त से प्यार है...
हैप्पी अनंत चतुर्दशी
3- चलो खुशियों का जाम हो जाए,
लेकर बाप्पा का नाम कुछ अच्छा काम हो जाए,
इस पर्व की खुशियां बांट कर हर जगह,
आज का दिन बाप्पा के नाम हो जाए.
हैप्पी अनंत चतुर्दशी
4- आपका और खुशियों का जनम-जनम का साथ हो,
आपकी तरक्की की हर किसी की जुबां पर बात हो,
जब भी आपका किसी मुश्किल से सामना हो,
गणपति बाप्पा मुश्किल घड़ी में आपके साथ हों.
हैप्पी अनंत चतुर्दशी
5- अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर,
विघ्नहर्ता को आओ सब करें नमन,
हर कोई हो बाप्पा के स्नेह से बंधा,
मन की भक्ति कर दें उन्हें अर्पण.
हैप्पी अनंत चतुर्दशी
बहरहाल, गणेशोत्सव से जुड़ी प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती के लाड़ले पुत्र गणेश कैलाश पर्वत से धरती पर अपने भक्तों के बीच आते हैं. गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक तमाम भक्त उनकी भक्ति में सराबोर नजर आते हैं और हर तरफ गणपति बप्पा मोरया के जयकारे सुनाई देते हैं. दस दिनों तक भक्तों के बीच रहकर उन्हें सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देकर गणेश जी अनंत चतुर्दशी को फिर से कैलाश पर्वत के लिए रवाना हो जाते हैं.