Anant Chaturdashi 2021 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) से अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) तक गणेशोत्व (Ganeshotsav) का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बाप्पा (Ganpati Bappa) अपने भक्तों के बीच उनकी मनोकामनाओं को पूरी करने के लिए आते हैं, फिर अनंत चतुर्दशी के दिन बाप्पा को अंतिम विदाई दी जाती है. हालांकि लोग अपने-अपने सामर्थ्य के मुताबिक डेढ़, तीन, पांच, सात और दस दिन में गणेश जी का विसर्जन करते हैं. गणपति विसर्जन के दौरान गणपति बाप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ... के जयकारे लगाए जाते हैं. इस साल अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर को है जब बाप्पा को अंतिम विदाई दी जाएगी.
कहा जाता है कि दस दिनों तक अपने भक्तों के बीच रहने के बाद गणपति बाप्पा अनंत चतुर्दशी को कैलाश पर्वत लौट जाते हैं. इस दौरान गणेश भक्त एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं. आप भी अनंत चतुर्दशी के इस खास अवसर पर इन भक्तिमय मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स, जीआईएफ इमेजेस को अपनों संग शेयर करके गणपति बाप्पा को विदाई दे सकते हैं.
1- गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया,
विघ्नहर्ता आपके सभी संकटों को दूर करें,
और आपको सुख-समृद्धि प्रदान करें...
अनंत चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं
2- एक, दो, तीन, चार,
गणपति की जय जयकार,
पांच, छः, सात, आठ,
गणपति हैं सबके साथ...
अनंत चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं
3- गणपति का रूप निराला है,
चेहरा कितना भोला भाला है,
जिस पर भी आता है कोई संकट,
उसे इन्हीं ने तो संभाला है.
अनंत चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं
4- आपका सुख गणेश जी के पेट जैसा बड़ा हो,
आपका जीवन गणपति की सूंड जैसा लंबा हो,
आपका विवेक विघ्नहर्ता जैसा तीव्र हो,
आपके बोल मोदक जैसे मीठे हों.
अनंत चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं
5- रिद्धि-सिद्धि के तुम हो दाता,
दीन-दुखियों के हो भाग्य विधाता,
आप ही हैं विघ्न विनाशक,
आप ही हैं सबके संकट नाशक.
अनंत चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं
एक प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, महर्षि वेदव्यास ने गणेश चतुर्थी से गजानन को महाभारत की कथा सुनाना प्रारंभ किया और गणेश जी बिना आराम किए लगातार दस दिनों तक महाभारत की कथा लिखते रहे. जब दस दिन बाद कथी पूरी हुई और वेदव्यास जी ने अपनी आंखें खोली तो उन्होंने देखा की गणपति जी के शरीर का तापमान काफी बढ़ गया था, फिर वेदव्यास जी ने गणेश के शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए उन्हें तालाब में स्नान कराया. कहा जाता है कि जिस दिन गणेश जी ने तालाब में स्नान किया था उस दिन अनंत चतुर्दशी थी, इसलिए हर साल अनंत चतुर्दशी पर गणपति बाप्पा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है.