चिरौंजीः स्वादिष्ट एवं जायकेदार ही नहीं, सेहत और सौंदर्य में भी निखार लाती है!
चिरौंजी ड्राय फ्रूट्स का एक अहम हिस्सा है. चिरौंजी को 'चारोली', 'पयार' अथवा 'पयाल' के नाम से भी जाना जाता है. यह खाने में अत्यधिक स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है. इसमें प्रोटीन, विटामिन सी और बी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो सेहत के साथ-साथ सौंदर्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
Health Tips: चिरौंजी ड्राय फ्रूट्स (Chironji Dry Fruits) का एक अहम हिस्सा है. चिरौंजी को 'चारोली', 'पयार' अथवा 'पयाल' के नाम से भी जाना जाता है. यह खाने में अत्यधिक स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है. इसमें प्रोटीन, विटामिन सी और बी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो सेहत के साथ-साथ सौंदर्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है. यद्यपि किचेन में इसका इस्तेमाल मीठे पकवानों, दही भल्लों, सेंवइयों, इत्यादि में किया जाता है, लेकिन कम लोग जानते होंगे कि चिरौंजी त्वचा की समस्याओं के साथ-साथ कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है. आइये जानें कि चिरौंजी किन-किन समस्याओं से किस तरह मदद कर सकता है.
* आर्थराइटिस के सूजन को कम करे
शरीर में किसी किस्म का सूजन है तो चिरौंजी का लेप लगाने से सूजन खत्म होता है. एक शोध के बाद पाया गया है कि चिरौंजी की पत्तियों में एंटीइन्फ्लामेट्री (Antiinflammatory) गुण पाया जाता है. यही गुण चिरौंजी में भी होता है. ऐसे में चिरौंजी को स्वच्छ जल के साथ पीसकर लेप बना लें, इसे सूजन वाली जगह पर लगाएं एवं प्रतिदिन एक चम्मच चिरौंजी का सेवन करें.
* सर्दी, खांसी अथवा जुकाम
अगर आप सर्दी-जुकाम अथवा अत्यधिक छींक से परेशान हैं तो दूध के साथ एक चम्मच चिरौंजी को अच्छी तरह से उबाल लें. प्रतिदिन एक गिलास दूध शाम के समय पी लें. आपकी सर्दी-जुकाम हमेशा के लिए आपसे दूर हो जायेगी. यह भी पढ़ें : ओरल हेल्थ के लिए दांतों के साथ जीभ की सफाई भी है जरूरी, ये 5 आसान टिप्स आएंगे आपके बेहद काम
* पित्ती का संकट
ग्रीष्म ऋतु में अत्यधिक पसीना निकलने से पीठ पर पित्तियां पड़ जाती है, इस वजह से पूरी पीठ में जलन एवं खुजली होने लगती है. ऐसी स्थिति में चिरौंजी आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है. आप 25 ग्राम चिरौंजी के अच्छी तरह पीस कर इसमें दूध मिलाकर क्रीम जैसा लेप बना लें. अब इस लेप को प्रतिदिन स्नान के बाद पीठ पर लगा लें, धीरे-धीरे पित्ती सूख जायेगी. जलन भी मिट जायेगा.
* इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए
इंडियन जर्नल ऑफ फार्माकोलोजी के एक शोध के पश्चात पाया गया है कि चिरौंजी के अर्क का उपयोग श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBC) को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है. चूंकि (WBC)को इम्यून सिस्टम का अहम हिस्सा माना जाता है, जो शरीर को वायरस, बैक्टीरिया, फंगी और पैरासाइट के हानिकारक प्रभाव से बचाता है.
* खाज-खुजली होने पर
गर्मी के मौसम में विभिन्न कारणों से त्वचा में खुजली की शिकायत होती है. इससे निजात पाने के लिए चिरौंजी अच्छी औषधि साबित हो सकती है. लगभग 100 ग्राम चिरौंजी को अच्छी तरह से पीसकर इसमें गुलाब जल मिला कर पेस्ट तैयार करके किसी शीशी में पैक करके फ्रिज में रख लें, अब प्रत्येक दिन खाज-खुजली वाली जगह पर लगाएं. कुछ ही दिनों तक इस्तेमाल करने के बाद खुजली से राहत मिलेगी. इस पेस्ट को स्नान के बाद लगाएं. यह भी पढ़ें : Health Tips: खाली पेट खाने-पीने की इन चीजों का गलती से भी न करें सेवन, वरना पड़ जाएंगे बीमार
* कील मुंहासों एवं दाग-धब्बों के लिए
चेहरे पर आये दिन कील-मुहांसों से परेशान हैं तो चिरौंजी का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से कील मुहांसे खत्म हो जायेंगे और चेहरे पर दाग भी नहीं पड़ेगा. इसके लिए आपको बस इतना करना पड़ेगा कि संतरे के रस में चिरौंजी पीसकर मिलाकर चेहरे पर लगायें. लेप सूख जायें तो इसे हलके हाथों से रगड़-रगड़ कर लेप को छुड़ा लें. सप्ताह में दो बार ये पेस्ट लगाने से चेहरे के मुहांसे तो खत्म होंगे ही, साथ ही किसी भी किस्म के दाग धब्बे भी दूर हो जायेंगे और आपका चेहरा भी दमक उठेगा.
* कांतिमय एवं ग्लो त्वचा के लिए
अगर आपकी त्वचा जरूरत से ज्यादा रूखी अथवा शुष्क है तो आप 50 ग्राम चिरौंजी को पीसकर इसमें इतनी ही मात्रा में चंदन पाउडर, मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल मिलाकर लेप तैयार करें. अब इस लेप को स्नान करने से 1 घंटा पूर्व अपने चेहरे एवं गर्दन में अच्छी तरह लगाकर आधा घंटा सूखने दें. इसके बाद स्नान करते समय सूखे हुए लेप को स्वच्छ पानी से धो लें. स्नान के दौरान इस स्थान पर ना साबुन लगाएं और ना ही किसी प्रकार का फेशवॉश. आप एक माह के अंतराल पर इसका रिजल्ट देखेंगे कि आपका चेहरा स्निग्ध एवं कांतिमय होकर निखर उठा है.