Bhagat Singh Quotes 2024: शहीद भगत सिंह संदर्भित जोशीले कोट्स जो आज भी युवाओं को रोमांचित करते हैं!

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सरदार भगत सिंह वह नाम है, जिन्होंने आजादी को एक नई और क्रांतिकारी रंग दिया. ‘मौत का बदला मौत’ की नीति पर चलने वाले सरदार भगत सिंह महात्मा गांधी का बहुत सम्मान करते थे, लेकिन उनका मानना था, कि बेईमान और क्रूर अंग्रेजों को अहिंसा की लाठी से खदेड़ा नहीं जा सकता. उनके विचार, उनकी सोच उनके जोशीले नारों में झलकती है.

Bhagat Singh Jayanti 2024 (img: file photo )

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सरदार भगत सिंह वह नाम है, जिन्होंने आजादी को एक नई और क्रांतिकारी रंग दिया. ‘मौत का बदला मौत’ की नीति पर चलने वाले सरदार भगत सिंह महात्मा गांधी का बहुत सम्मान करते थे, लेकिन उनका मानना था, कि बेईमान और क्रूर अंग्रेजों को अहिंसा की लाठी से खदेड़ा नहीं जा सकता. उनके विचार, उनकी सोच उनके जोशीले नारों में झलकती है. मसलन ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है’, ‘इंकलाब जिंदाबाद’, ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय क्रांतिकारियों में जोश भरने वाली उनकी ये लाइनें आज भी युवाओं के रोंगटे खड़े करने के काबिल है. आइए जानते हैं. भरत सिंह के वे विचार जो आज भी युवाओं में जोश भर देते हैं. यह भी पढ़ें : World Tourism Day 2024: विश्व पर्यटन दिवस आज! भारत की 10 सबसे खूबसूरत जगह, जिन्हें आप जीवन में एक बार जरूर देखना चाहेंगे

शहीद भगत सिंह संदर्भित जोशीले कोट्स

* ‘क्रांति गुलाबों की सेज नहीं है. यह लोगों के लिए, लोगों द्वारा एक संघर्ष है.’

* ‘मुझे विश्वास है कि लोग उठेंगे और बदलाव लाएंगे.’

* ‘जीवन का उद्देश्य अब मन को नियंत्रित करना नहीं बल्कि उसे विकसित करना है.’

* ‘परिवर्तन लाना युवाओं का कर्तव्य है.’

* ‘इंकलाब जिंदाबाद!" (इंकलाब जिंदाबाद!),’

* ‘मैं जीवन में महत्त्वाकांक्षा, आशा और आकर्षण से भरा हुआ हूं, लेकिन जरूरत के समय सब कुछ त्याग सकता हूं.’

* ‘अगर बहरों को सुनाना है तो आवाज बहुत तेज होनी चाहिए.’

* ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है.’

* ‘राख का हर एक कण, मेरी गर्मी से गतिमान है. मैं एक ऐसा पागल हूं, जो जेल में भी आजाद है.’

* ‘जो भी व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है, उसे हर रूढ़िवादी चीजों की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा, तथा उसे चुनौती देनी होगी.’

* ‘बम और पिस्तौल क्रांति नहीं करते. क्रांति की तलवार विचारों के पत्थर पर तेज होती है.’

* ‘वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन वे मेरे विचारों को नहीं मार सकते. वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन वे मेरी आत्मा को नहीं कुचल नहीं सकते.’

Share Now

\