VIDEO: जिम में Heavy Lifting के बाद गई आंख की रोशनी, Valsalva Retinopathy बीमारी से पीड़ित हुआ युवक; डॉक्टर ने बताया Blindness का असली कारण

अगर आप जिम में भारी वजन उठाते हैं, तो यह खबर आपके लिए एक जरूरी चेतावनी है. सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाली घटना वायरल हो रही है, जिसमें एक 27 वर्षीय स्वस्थ व्यक्ति की एक आंख की रोशनी अचानक चली गई.

Losing eyesight at the gym (Photo- your_retina_doctor/Instagram)

Eye Injury from Deadlifts: अगर आप जिम (Gym Lovers) में भारी वजन उठाते हैं, तो यह खबर आपके लिए एक जरूरी चेतावनी है. सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाली घटना वायरल हो रही है, जिसमें एक 27 वर्षीय स्वस्थ व्यक्ति की एक आंख की रोशनी अचानक चली गई. यह घटना तब हुई जब वह जिम में भारी डेडलिफ्ट कर रहा था. यह कहानी इंस्टाग्राम पर "your_retina_doctor" के नाम से मशहूर Dr. Ashish Markan ने शेयर की. उन्होंने बताया कि वह युवक Valsalva Retinopathy नामक एक दुर्लभ बीमारी हुई, जो आंखों की नाजुक रक्त वाहिकाओं के फटने के कारण होती है. सौभाग्य से, युवक की दृष्टि 6 से 8 हफ्तों में पूरी तरह ठीक हो गई और उसे सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ी.

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जिम में भारी वजन उठाने के बाद युवक की आंख से गई रोशनी

Valsalva Retinopathy क्या है?

यह एक दुर्लभ स्थिति है, जो शरीर के अंदर दबाव में अचानक वृद्धि होने पर होती है. खासकर जब कोई व्यक्ति सांस रोककर या अत्यधिक बल लगाकर भारी वजन उठाता है, तो छाती के अंदर का दबाव आंखों की नसों तक पहुंच जाता है. इससे रेटिना की पतली रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) फट सकती हैं, जिससे रक्तस्राव हो सकता है. इससे अचानक, बिना दर्द के, धुंधली दृष्टि या दृष्टि हानि हो सकती है.

भारी वजन उठाना कितना खतरनाक है?

Deadlifts, squats और Abdominal Exercises जैसे वर्कआउट के दौरान शरीर के अंदर अत्यधिक दबाव बनता है. अगर कोई व्यक्ति सांस रोककर जोर लगाता है, तो यह दबाव आंखों की केशिकाओं पर असर डाल सकता है. कभी-कभी, इससे आंखों के अंदर रक्त जमा हो सकता है, जिससे अस्थायी रूप से दृष्टि हानि हो सकती है.

वलसाल्वा मैनूवर क्यों है खतरनाक?

कई लोग वर्कआउट के दौरान "वाल्सल्वा पैंतरेबाजी (Valsalva Maneuver)" करते हैं, जिसमें अपनी रीढ़ को मज़बूत करने के लिए सांस रोककर और अपने कोर को कसना शामिल है. यह तकनीक वजन उठाने में मदद करती है, लेकिन यह शरीर में अचानक दबाव बढ़ा देती है, जिससे आंखों की नाज़ुक नसें फट सकती हैं.

सावधानियां और निवारक उपाय

डॉ. मार्कन के अनुसार, अगर समय रहते पता चल जाए तो इस स्थिति का पूरी तरह से इलाज किया जा सकता है. इसलिए, जिम जाने वालों के लिए अपनी आंखों के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना जरूरी है.

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