मुंबई: यस बैंक (Yes Bank) धोखाधड़ी मामले में सीबीआई (CBI) की विशेष अदालत ने शुक्रवार को दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल वधावन (Kapil Wadhawan) और उनके भाई धीरज वधावन (Dheeraj Wadhawan) को 10 मई तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है. दोनों भाईयों को महाराष्ट्र (Maharashtra) के सतारा (Satara) जिले के महाबलेश्वर (Mahabaleshwar) से पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक यस बैंक मामले में गिरफ्तार किए गए व्यवसायी कपिल वधावन और धीरज वधावन को सीबीआई की विशेष अदालत ने 10 मई तक के लिए हिरासत में भेजा है. 26 अप्रैल को दोनों को पंचगनी में एक सरकारी संस्थागत क्वारंटीन सेंटर से गिरफ्तार किया गया. मुंबई की एक विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो अदालत द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) के आधार पर यह कार्रवाई की गई थी. Yes Bank Crisis: ईडी ने राणा कपूर को बेची गई राजीव गांधी की पेंटिंग को किया सीज, प्रियंका गांधी से हो सकती है पूछताछ
Yes Bank case: Businessmen Kapil Wadhawan & Dheeraj Wadhawan sent to CBI custody till May 10 by a special CBI court. pic.twitter.com/ERcC1A7DRX
— ANI (@ANI) May 8, 2020
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने यस बैंक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप के आधार पर इस साल सात मार्च को कपिल और धीरज के खिलाफ केस दर्ज किया था. उनके अलावा यस बैंक के तत्कालीन सीईओ राणा कपूर और अन्य मामले में आरोपी हैं.
यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के साथ चल रहे मामले की सीबीआई जांच में पता चला है कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन द्वारा बिल्डर लोन की आड़ में 600 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. यह अप्रैल 2018 से राणा कपूर, वधावन और अन्य के बीच यस बैंक लिमिटेड द्वारा डीएचएफएल को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आपराधिक साजिश का हिस्सा था.
यस बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक एवं सीईओ राणा कपूर पर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत के बदले कर्ज को मंजूर किया. राणा कपूर आठ मार्च से धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में है. (एजेंसी इनपुट के साथ)