SDM Jyoti Maurya-Like Case in Jhansi: उत्तर प्रदेश के झांसी में पत्नी ने नौकरी लगते ही पति को छोड़ दिया. पत्नी ने लेखपाल का नियुक्ति पत्र मिलते ही पति से अलग होने का फैसला सुना दिया. पीड़ित पति ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले से अवगत कराया है. पति का नाम नीरज विश्वकर्मा है और उसकी पत्नी का नाम रिचा विश्वकर्मा है. नीरज ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज से 5 साल पहले हम लोग मिले थे और हमने लव मैरिज की थी. मेरे पास शादी के कागजात मौजूद हैं, लेकिन अब मेरी पत्नी कहती है कि हमारी कोई शादी नहीं हुई है.
नीरज ने बताया कि पत्नी ने लेखपाल की नौकरी लगते ही मुझसे संबंध तोड़ लिए हैं. पत्नी 18 जनवरी 2024 से मेरे साथ नहीं रह रही है. पत्नी को लेखपाल की नौकरी का नियुक्ति पत्र 10 जुलाई को मिला है. पत्नी की नियुक्ति झांसी नई तहसील में है.
लेखपाल बनते ही छोड़ गई पत्नी, 2 साल पहले की थी लव मैरिज
झांसी
➡लेखपाल का नियुक्ति पत्र मिलते ही पत्नी ने पति को छोड़ा
➡2 साल पहले मैंने रिचा से शादी की थी- पति विश्वकर्मा
➡लेखपाल बनते ही पत्नी रिचा ने किनारा कर लिया-पति
➡6 फरवरी 2022 में दोनों ने कोर्ट में शादी की थी
➡पति ने DM को प्रार्थना पत्र देकर मामले से अवगत कराया.… pic.twitter.com/t3rQBkIj4D
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) July 10, 2024
पीड़ित पति का आरोप है कि उसकी पत्नी किसी प्रकार का संपर्क नहीं कर रही है. उनका फैमिली कोर्ट में मुकदमा चल रहा है, लेकिन पत्नी तारीख पर भी नहीं आ रही है. नीरज ने इस मामले से खुद को बहुत परेशान बताया और कहा कि मैं चाहता हूं, पत्नी घर आ जाएं और दोनों आराम से एक साथ रहें. नीरज के मुताबिक, 6 फरवरी 2022 में दोनों ने कोर्ट में शादी की थी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में ऐसा ही एक केस पिछले साल काफी सुर्खियों में आया था. तब, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी पति आलोक मौर्य ने यूपी पीसीएस अधिकारी पत्नी ज्योति मौर्य पर साथ ना रहने और उससे जान का खतरा होने के आरोप लगाए थे. आलोक का कहना था कि उसकी पत्नी के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अवैध संबंध भी थे. इस केस में लंबे समय तक पति-पत्नी ने एक-दूसरे के ऊपर आरोप लगाए. ज्योति ने पति पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया था, तो वहीं आलोक ने ज्योति के पद पर दुरुपयोग और भ्रष्टाचार में लिप्त होने की बात कही थी.