West Bengal: ईडी ने पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मोलॉय घटक से दिल्ली में की पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय (Photo Credits: Twitter)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कानून मंत्री मोलोय घटक (Moloy Ghatak) करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी मामले (Coal Smuggling Cases) में अपनी कथित संलिप्तता के संबंध में दो बार पूछताछ में शामिल नहीं हुए थे, मगर गुरुवार को दिल्ली (Delhi) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुए. घटक से जांच एजेंसी ने चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. हालांकि घटक टिप्पणी देने के लिए उपलब्ध नहीं हुए, लेकिन कानून मंत्री के करीबी सूत्रों ने पुष्टि की कि घटक गुरुवार सुबह 11.30 बजे ईडी, दिल्ली कार्यालय गए और उन्हें मामले में उनके संबंध से संबंधित एक प्रश्नावली सौंपी गई. ईडी के अधिकारियों ने कहा कि उनसे सभी जवाब अपने हाथ से लिखने को कहा गया. West Bengal: नवनिर्वाचित विधायक ममता बनर्जी, अमीरुल इस्लाम और जाकिर हुसैन को राज्यपाल जगदीप धनखड़ 7 अक्टूबर को दिलाएंगे शपथ

ईडी के अधिकारी जानना चाहते थे कि निर्वाचन क्षेत्र का विधायक होने के नाते क्या उन्हें वहां चल रही कोयले की तस्करी की जानकारी थी और क्या उन्हें इस बात की जानकारी थी कि उन्होंने इस बारे में कोई कदम उठाया है या पुलिस या उच्च अधिकारियों को सूचित किया है.

ईडी अधिकारियों ने स्वीकार किया कि इस मामले में कई आरोपियों से पूछताछ के दौरान घटक का नाम सामने आया और वित्तीय लेनदेन के आरोप भी लगे. घटक से इस बारे में भी पूछा गया.

इससे पहले घटक ने दो पूछताछों को छोड़ दिया था और ईडी के अधिकारियों को कोलकाता आने और उससे पूछताछ करने के लिए भी कहा था. उन्हें आखिरी बार 13 सितंबर को तलब किया गया था, जब मंत्री ने ईडी कार्यालय को भेजे गए एक मेल में कहा था कि राज्य में उपचुनाव होने के कारण वह चुनाव के काम में व्यस्त थे और वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हो पाएंगे.

इससे पहले 2 सितंबर को उन्हें एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था, क्योंकि उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देते हुए पूछताछ से परहेज किया था. उस समय मंत्री ने यह भी कहा था कि चूंकि वह कोलकाता में तैनात हैं और शहर में ईडी का कार्यालय है, इसलिए अधिकारी कोलकाता आकर उनका बयान दर्ज कर सकते हैं. मंत्री ने यह भी कहा था कि वह जांच एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं.

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की नवंबर, 2020 की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद ईडी द्वारा (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया था. आसनसोल और उसके आसपास राज्य के कुनुस्तोरिया और कजोरा क्षेत्र में स्थानीय स्टेट ऑपरेटिव अनूप मांझी उर्फ लाला इस मामले में मुख्य संदिग्ध है.

ईडी ने पहले दावा किया था कि घटक इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी थे. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, जांचकर्ताओं ने इस सिलसिले में एक से ज्यादा लोगों से बात की है, जानकारी जुटाई है और उनके बयान दर्ज किए हैं. इन पूछताछों में घटक का नाम कई मौकों पर सामने आया है. ईडी के अलावा सीबीआई कोयला घोटाले की भी जांच कर रही है.