पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल ने ली नवजात शिशु की जान, गोद में शव लिए रोते पिता की तस्वीर हुई वायरल
पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में जारी हड़ताल के बीच एक हृदयविदारक घटना सामने आई है. दरअसल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि एक नवजात शिशु की मौत समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण हो गई है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के सरकारी अस्पतालों में जारी हड़ताल (Strike) के बीच एक हृदयविदारक घटना सामने आई है. दरअसल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि डॉक्टरों की हड़ताल होने के कारण समय पर इलाज नहीं मिलने से एक नवजात शिशु की मौत हो गई है. आनंदबाजार पत्रिका की फोटोग्राफर दमयंती दत्ता ने अपने ट्वीटर हैंडल पर पिता और नवजात की एक तस्वीर शेयर की है. इस तस्वीर में नवजात शिशु को पकड़े हुए उसके पिता रोते हुए साफ़ देखे जा सकते है.
इस तस्वीर को पोस्ट करने वाली फोटोग्राफर ने लिखा है कि नवजात बच्चे की मौत इसलिए हुई क्योंकि डॉक्टरों ने आज उसका इलाज करने से मना कर दिया था. तस्वीर में बेबस पिता अपने बच्चे के शव के साथ बिलखता हुआ दिख रहा है. यह तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इससे यह भी पता चलता है कि राज्य में डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों और उनके परिजनों को किन-किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है. मरीजों के परिवारों द्वारा इलाज शुरू करने के बार-बार के आग्रह के बावजूद प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर एक नही सुन रहे है.
हालांकि, अस्पताल के द्वार आपातकालीन सेवाओं के बहाल होने की वजह से खोले गए है. लेकिन राज्य के ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) में कामकाज बंद रहा.
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गौरतलब हो कि सोमवार देर रात एक 75 वर्षीय मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों द्वारा कथित रूप से एक जूनियर डॉक्टर की पिटाई के बाद मंगलवार सुबह राजकीय एनआरएस अस्पताल में विरोध शुरू हो गया. मृतक मरीज के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था. जख्मी डॉक्टर को इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज के इन्टेंसिव केयर यूनिट में भर्ती कराया गया है. स्थिति में सुधार होने के साथ डॉक्टर को जनरल वार्ड में भर्ती किया गया है और अगले दो दिनों में उनकी छुट्टी हो जाएगी.