गुजरात में बारिश का कहर, पीएम मोदी का दौरा टला: दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र में बारिश का अलर्ट, जानिए पुरे देश का हाल
महाराष्ट्र के नासिक और अन्य हिस्सों में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन बारिश जारी है जिसके कारण महाराष्ट्र सिंचाई विभाग को दो प्रमुख बांधों से नदियों में पानी छोड़ना पड़ा.
नई दिल्ली: देश के लगभग आधे हिस्से में मानसून ने दस्तक देकर कहर बरपा दिया है. सबसे ज्यादा बुरे हालात गुजरात में हैं. मोदी 20 जुलाई को गुजरात में तीन जगहों पर जनसभा करने वाले थे लेकिन अब उनकी इस यात्रा को टाल दिया गया है. पीएम की पूर्व निर्धारित गुजरात यात्रा राज्य के कई इलाकों के भारी बारिश होने के कारण टाली गई है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दी. दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र में बारिश की वजह से हुए हादसों में एक स्कूल के बच्चे सहित दो लोग डूब गये. वही बाढ़ के चलते विभिन्न जिलों के 3500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजकोट जिले के भुपगात कस्बे के नजदीक कल रात बाढ़ के पानी में देवेंद्र चावड़ा (18) डूब गया. उसके शव की तलाश की जा रही है.
गौरतलब है कि गुजरात में भारी बारिश से राज्य के 33 जिलों में 32 जिलों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. यहां बारिश के चलते अबतक लगभग 30 लोगों की जानें जा चुकी है. इन 32 जिलों में से 7 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य में राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमों को लगाया गया है. यहां स्कूल-कॉलेज बंद चल रहे हैं.
वही दूसरी तरफ गुजरात में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने निकले सीएम विजय रूपाणी का हेलीकॉप्टर राजकोट के जेतपुर में उतारना पड़ा. रूपाणी यहां सड़क मार्ग से गीर सोमनाथ में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे तथा हालात का जायजा लिया.
बाढ़ से सौराष्ट्र में गिर सोमनाथ के अलावा जूनागढ़, अमरेली, जामनगर और राजकोट जिले जबकि दक्षिण गुजरात में वलसाड और नवसारी जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
राजकोट, गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों में शिक्षण संस्थान आज भी बंद रहे। राहत एवं बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 20 टीमें स्थानीय अधिकारियों की मदद कर रही हैं.
अधिकारियों के अनुसार बाढ़ प्रभावित जिलों में 3500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया और ऐहतियात के तौर पर 150 से अधिक सड़कों को बंद कर दिया गया है.
नासिक में मूसलाधार बारिश.
महाराष्ट्र के नासिक और अन्य हिस्सों में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन बारिश जारी है जिसके कारण महाराष्ट्र सिंचाई विभाग को दो प्रमुख बांधों से नदियों में पानी छोड़ना पड़ा. अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विभाग ने आज गंगापुर बांध से गोदावरी नदी में 9,302 क्यूसेक पानी छोड़ा. इसी तरह डर्णा बांध से डर्णा नदी में 10,600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
गोदावरी नदी में जलस्तर बढ़ गया है. ऐसे में नदी के किनारे दुकान वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा. जल संग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण गंगापुर और डर्णा दोनों बांधों में उनके भंडारण क्षमता का 79 प्रतिशत तक पानी भर गया.
मध्य प्रदेश के 70 फीसदी हिस्से में सामान्य से अधिक बारिश
मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मानसूनी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है. राज्य के 51 जिलों में से जहां 19 जिलों में सामान्य से अधिक तो 16 में सामान्य बारिश दर्ज की गई है. वहीं 16 जिले ऐसे हैं जहां कम बारिश हुई है.
जानकारी के अनुसार, राज्य में इस वर्ष मानसून में एक जून से 17 जुलाई तक 19 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, तो 16 जिलों में सामान्य वर्षा दर्ज हुई है.
उत्तर भारत में इस हफ्ते बने रहेंगे बारिश के आसार
बताना चाहते हैं कई दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में इस हफ्ते बारिश बारिश के आसार बने रहेंगे और 21 और 22 जुलाई को इलाके में बारिश की तीव्रता बढ़ने की उम्मीद पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश पूरे सप्ताह जारी रहेगी. एक दो स्थानों में भारी वर्षा हो सकती है.
वहीं, दक्षिण कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी. उत्तरी तेलंगाना और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश पर अच्छी वर्षा की संभावना है. ओडिशा पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र की वजह से दक्षिण मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़ और विदर्भ के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की उम्मीद है.
वहीं दक्षिण पूर्व राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है. एक दो स्थानों पर भारी वर्षा से इंकार नहीं किया जा सकता. इसी प्रणाली की वजह से ओडिशा पर भारी बारिश की उम्मीद है. जबकि, झारखंड और कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल पर बारिश हल्की से मध्यम के बीच रहेगी.
हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश में कमी की उम्मीद है. अरुणाचल प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र की वजह से उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम वर्षा की उम्मीद है.